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#Neemuch/#पुलिस द्वारा एनडीपीएस में निर्देश को फसाने को लेकर बंजारा रूपी सेना ने एसपी को सौंप ज्ञापन

नीमच//एनडीपीएस के मामलों में अक्सर पुलिस पर तोड़बट्टे और निर्दोषों को फर्जी केस में फंसाने के मामले सामने आते रहे है...वहीं पुलिस पर लगने वाले इस प्रकार के गंभीर आरोप जांच पड़ताल तक ही सीमित रहकर फाइलों में दफन हो जाते है..परिणामस्वरूप
दोबारा कुछ इसी तरह का घटनाक्रम जन्म लेता है...और मामले में शिकायत, ज्ञापन और संज्ञान लेने की गुहार पुलिस के आला अधिकारियों से पीड़ित पक्ष द्वारा लगाई जाती है...हालांकि मामले में आरोपो की हकीकत निष्पक्ष जांच के बाद ही सामने आती है...लेकिन जब मामला एनडीपीएस की कार्यवाही से जुड़ा हो तो सवाल खड़े होना लाजमी है...?
कुछ ऐसे सवालों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय न्याय की गुहार लगाने पहुँचे बंजारा समाज के लोग,जिसमें तस्करी के मुख्य आरोपियों को छोड़ते हुए, एक विकलांग को फंसाने का आरोप समाज के लोगों ने पुलिस पर लगाया...और मामले में कार्यवाही हेतु पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रॉय को ज्ञापन सौंपा...!
मामला दरहसल मनासा थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहाँ पिछले दिनों 25 किलो अवैध डोडाचूरा की तस्करी के खिलाफ मनासा पुलिस की कार्यवाही को लेकर सवाल खड़े करते हुए,,,मामले में बंजारा समाज की रूप सेना ने एसपी को ज्ञापन दिया है,,,जिसमें उल्लेख किया गया है, की पुलिस द्वारा 17 जुलाई को 25 किलो डोडाचूरा की तस्करी में संलिप्त आरोपी तूफान पिता मन्नालाल बंजारा, शैतान पिता दल्ला बंजारा, और मन्नलाल बंजारा को गिरफ्तार किया था ! वही दो आरोपियों मन्नलाल और शैतान को पुलिस ने मामले में तोड़बट्टा कर छोड़ दिया...मामले में एक अन्य आरोपी पप्पू पिता चंदा बंजारा को भी पुलिस द्वारा लेनदेन कर छोड़ने की बात सामने आई है...इसी मामले में एक विकलांग को पुलिस ने आरोपी बनाते हुए, उससे रुपए की मांग की और नही देने पर फंसाने की धमकी थाने के कारिंदों द्वारा दी गयी...
रूप सेना द्वारा ज्ञापन में एसपी मनोज कुमार रॉय से मामले में टीआई के एल डांगी व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई...साथ ही थाने के सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग भी रखी, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटनाक्रम के दिन थाने कितने आरोपी लाए गए और कितने छोड़े गए...!
ज्ञापन में रूप सेना द्वारा पुलिस पर आरोप लगाते हुए, उल्लेख किया गया है, की दिनेश बंजारा जो कि विकलांग है,उसका मामले से कोई लेना देना नही है...पुलिस दोषियों को बचाकर निर्दोषों को फंसा रही है,जिससे समाज आक्रोशित है,,,
जानकारी के मुताबिक मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए, जांच के आदेश दे दिए है...अब देखना होगा एनडीपीएस के इस खेल में मनासा पुलिस का तस्करों के साथ गठजोड़ और कार्यवाहियों में फर्जीवाड़े की हकीकत किस रूप ने सामने आती है...?

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