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भारत कोरोना के मामले में बढ़ रहा है इटली की ओर......


कीर्ति वर्रा✍ मेरे शब्दों की गहराई मेरे शहर को मुबारक हो शब्द पर अमल करते हुए


गांव में कोरोना महामारी ने अब धीरे-धीरे दस्तक दे दी है l गांव की ओर अब गांव के युवा अपने कदम बढ़ाओ इस महामारी को रोकते हुए नियमों को लेकर हर एक को समझाइश देकर क्योंकि *देश बैठा है ,कोरोना बम पर* जोकि धीरे - धीरे फट रहा है क्योंकि अभी तक कोरोना की छोटी - छोटी फुल चड़िया चली है ,लेकिन अभी बड़े पटाखे और रस्सी बम फूटना बाकी है  
      *जब रेल और बसें* और यातायात चालू होंगे तो, लोग इस कदर बीमारी से खड़े-खड़े प्रभावित होंगे, इटली जैसे हाल होंगे
अगर कोरोना काल के नियमों का पालन न करने के बाद, देखा जाए तो वही हालत होंगे *जैसे कि इटली* में खड़े खड़े लोग मर गए लेकिन में हर शख्स से कहना चाहता हूं कि मेरे शब्द जितने भी मेरे पाठक बड़ी ही खामोशी से पढ़ते हैं लेकिन क्या कोई अमल करता है शायद नहीं क्योंकि यह हर एक के बस की बात नहीं लेकिन अगर मेरे शब्दों पर अमल हो तो शायद मुझे लगेगा कि मैं आने वाले दौर के भयानक दृश्य तो दिखा नहीं सकता, शब्दों के माध्यम से बता सकता हूं कि अगर अब भी कोरोना को लेकर यही हालात रहे तो ,आने वाला दौर कैसा होगा ...?
यह आपके सामने हैं क्या मेरे शहर के नागरिकों को ऐसा नहीं लगता कि जो इटली में हुआ वह अब इंडिया में भी हो सकता है और हालत देख कर तो ऐसा लगता है कि होने वाला है और अब भी अगर कोरोना की दवाई वक्त से पहले नहीं बनी तो, फिर इटली जैसा नजारा भारत में भी देखने को मिल जाएगा क्योंकि बात अगर इटली की जाए तो शुरुआती दौर में भरमार थी जोकि उल्टे पैर चलते हुए नजर आ रहा था, लेकिन इन दिनों भारत की भी हालत कुछ ठीक नजर नहीं आ रही है ,जोकि उल्टे पैर चलते हुए इटली की तरफ जा रहा है
मैं भारत के हर नागरिक से कहना चाहता हूं कि अगर एक हद तक यह समझ ले ,कि यह शब्द पढ़ने वाले उस व्यक्ति के लिए लिखे हुए हैं, जिसे समझने की जरूरत है और जो समझदार है ,उसे ऊपर वाला सुरक्षित रखें..l
      कोरोना इस गंभीर बीमारी के चलते एक समझदार व्यक्ति इटली मैं कोरोना को लेकर जो हुआ वह सुनकर सबक लेते हुए समझ सकता है
*दूर रहकर भी सारी चीजें पलट सकता है जैसे कि हम व्यक्तिगत रूप से इसकी सावधानी रखें मार्क्स लगाए हाथ धोए और डिस्टेंसिंग का पालन करें भीड़ इकट्ठा ना करें कार्यक्रमों में कम जाए और खुद भी कार्यक्रम न करें* क्योंकि जितनी सावधानियां रहेगी उतना ही बचाव होगा l क्योंकि यह कहावत है
हम सुधरेंगे ,देश सुधरेगा ll
हम बचेंगे तो देश बचेगा llll

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