नीमच । 27 जुलाई 1939 को नीमच में ही केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल की स्थापना हुई थी, तत्कालीन अंग्रेज शासनकाल में इसे क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस का नाम दिया गया था।आजादी के बाद देश के पहले केंद्रीय गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सेवाओ को कायम रखते हुए इसका नाम बदल कर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 28 दिसम्बर 1949 को सीआरपीएफ एक्ट बनाकर नामकरण की शुरुआत की गई । सोमवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने 82 वा स्थापना दिवस परंपरा के साथ बनाया इस दौरान दिल्ली के बैंड की धुन पर त्रिजंगा पार्क में सीआरपीएफ के 2हजार 200 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते जिले में लगाये गए लॉक डाउन के कारण नीमच में स्त्तिथ सीआरपीएफ परिसर में प्रतिवर्ष होने वाला परंपरागत कार्यक्रमो को वेबिनार(ऑनलाइन) के माध्यम से आयोजित किया गया। जिसमे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन हुआ और सीआरपीएफ के डीजी डॉ. एके माहेश्वरी ओर अन्य प्रमुख अधिकारी इसमें विशेष रूप से जुड़े रहे। इस दौरान त्रिजंगा पार्क में दिल्ली से आई बैंड की टीम ने शहीदों को बैंड की धुन पर श्रधांजलि दी गयी, साथ ही अधिकारियों ने भी शहीद स्मारक पर पुष्प गुच्छ अर्पित कर शहीदों को सलामी दी। इस दौरान जिला कलेक्टर जितेंद्र सिंह राजे, जिला पंचायत सीईओ भव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुंदर सिंह कनेश भी पँहुचे ओर सीआरपीएफ के शहीद जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
बाईट- 01 बीएस चौहान, आईजी, सीआरपीएफ