आढ़तियों की मनमानी मंडी प्रशासन पर भी पड़ रही भारी... कार्यवाही के बावजूद जिम्मेदारों की नाक के नीचे पनप रहा आढ़त का खेल....अवैध कारोबार को अंजाम देने, "श्याम" ने बजाई महावीर के लिए फाइनेंस की "बंसी".....मूकदर्शक बने आढ़तियों के "दास" आखिर कौन है पर्दे के पीछे का मुख्य किरदार...?
नीमच//कृषि उपज मंडी में आढ़त के खिलाफ मंडी प्रशासन की सख्ती और इसके बाद आढ़तियों पर दीखाई जा रही खासी मेहरबानी का उदाहरण मंडी में आढ़तियों की सक्रियता और मनमानी को देखकर ही लगाया जा सकता है, जो जिम्मेदारों पर भी भारी पड़ रही है,आढ़त के खिलाफ जीएम ट्रेडर्स पर प्रशासन द्वारा पिछले दिनों की गई कार्यवाही के मामले में एक बार फिर मंडी प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है, जहाँ कागजों में की गई कार्यवाही का असर आढ़तिये महावीर जैन की सक्रिय कारोबारी गतिविधियों के रूप में देखा जा सकता है, जिसके खिलाफ मंडी प्रशासन द्वारा लिया गया एक्शन महज दिखावे की और इशारा करते हुए, मंडी में अवैध आढ़त को बल दे रहा है, बताया जा रहा है, की मंडी में जीएम ट्रेडर्स के खिलाफ की गई कार्यवाही के बाद महावीर जैन ने अपना नया ठिकाना मंडी के बाहर बनाया है,, और इस दौरान प्रतिबंध के बावजूद आढ़तिये द्वारा मंडी में कारोबारी गतिविधि को भी अंजाम दिया जा रहा है, मसलन अवैध आढ़त के इस खेल को पूरी तरह अंजाम तक पहुँचाने के लिए मंडी में आढ़तियों को फाइनेंस की सुविधा भी कुछ प्रतिष्ठित कहे जाने वाले कारोबारियों द्वारा दी जा रही है, बताया जा रहा है, की मंडी में अवैध आढ़त को संचालित करने, महावीर के लिए फाइनेंस की बंसी "श्याम" ने बजाई है, और इन्हीं के दम पर आढ़तिया महावीर मंडी प्रशासन को पंगु बनाकर अवैध आढ़त को अंजाम देते हुए, किसानों का शोषण करने पर आमदा है...?
अब ऐसे में नीमच कृषि उपज मंडी में अवैध आढ़त के रूप में पनप रही कारोबारी गतिविधि के खिलाफ स्थानीय मंडी प्रशासन कितना सख्त है, इसका अंदाजा तो आढ़तियों की करतूतों को देखकर ही लगाया जा सकता है, जहाँ अशोक मेहता, मुकेश -चांद से लेकर महावीर जैन जैसे दिग्गज आढ़तियों की मनमानी मंडी प्रशासन पर भी भारी पड़ रही है...और अवैध आढ़त के इस खेल के पीछे छिपा मुख्य किरदार जिम्मेदारों की भूमिका में है,,,जो पर्दे के पीछे रहकर मंडी प्रशासन के आला अधिकरियों को गुमराह कर अवैध कारोबार का संरक्षणदाता बना हुआ है...?