जिले की मनासा विधानसभा में नही थम रहा, चंबल से रेती का खनन....पूर्व में हुई कार्यवाही के दौरान सामने आई थी, प्रशासनिक सख्ती....रेत माफियाओं की हिमाकत-सिस्टम के मुंह पर जड़ दिया करारा तमाचा....प्रशासनिक शिकंजे के बाद...अब और भी तेजी से पनप रहा काला कारोबार...?...क्या "चंबल" को छलनी करने के लिए रेत माफियाओं को मिल गई जिम्मेदारों की सरपरस्ती....
नीमच//जिले की मनासा विधानसभा में चंबल नदी को छलनी करने वाले रेत माफियाओं की बेखोफी साफ तौर पर बंया कर रही है, की इस अवैध धंधे का पनाहगार कौन है...? बीते कुछ दिनों पहले इलाके में स्थानीय जिला प्रशासन की कार्यवाहियों का नजारा तो सभी ने देखा होगा, लेकिन चंबल को छलनी करने वाले रेत माफियाओं की ये हिमाकत बताती है, की जिला प्रशासन के "दिया तले ही अंधेरा" है, जहाँ स्थानीय प्रशासन की अनदेखी और राजस्व अमले के सहयोग से इस काले कारोबार को बखूबी अंजाम तक पहुँचाया जा रहा है... स्टीमर व फाइटर की सहायता से विधानसभा क्षेत्र के जीरो पॉइंट कहे जाने वाले कुंडला- खान खेड़ी इलाके में आज रेत माफियाओं का तांडव साफ देखा जा सकता है, स्थानीय प्रशासन का मुंह चिढ़ाते हुए इस अवैध कारोबार से जुड़े माफियाओं की हिमाकत का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है, की जब पिछले दिनों इलाके में बड़ी तादात में सरकारी अमला कार्यवाही को अंजाम देने पंहुचा तो मौके पर चंबल नदी को छलनी करने वाले उपकरणों की संख्या आधा दर्जन भी नही थी,,,ओर इस दौरान रेत माफियाओं के खिलाफ प्रशासन की ताबड़तोड़ कार्यवाही इस बात की और इशारा लग रही थी, की रेत माफियाओं की करतूतों से अब चंबल शायद सुरक्षित है... लेकिन....? क्षेत्र में चंबल के हालिया हालातों को दर्शाता जो वीडियो इन दिनों सामने आया है, उसनें सिस्टम के मुंह पर सीधा तमाचा ही मार दिया....चंबल से रेत खनन का वर्तमान नजारा कुछ ऐसा है, मानो उन्हें चंबल को छलनी करने के लिए जिम्मेदारों की सरपरस्ती मिल गयी है, जहाँ एक दर्जन से अधिक फायटर और स्टीमर की मदद से रेत खनन का अवैध कारोबार फल फूल रहा है...!