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#Mandsour/#आर्मी मैन दशरथसिंह ने सुनाई कारगिल विजय का गौरव गाथा,कारगिल युद्ध में भूखे रहकर लड़ी जंग

ANCHOR - आज कारगिल विजय दिवस है । 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध मे पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े थे । युद्ध 40 दिन तक चला था और पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा था । यह सब हुआ था हमारे देश के उन योद्धाओं के शौर्य पराक्रम से जिनके मजबूत होसलो ने दुश्मन को चारों खाने चित्त कर विजयी पताका फहराई । इनमे से एक शख्सियत है । मन्दसौर जिले के गुर्जर बर्डिया निवासी दशरथ सिंह गुर्जर जिन्होंने कारगिल युद्ध मे अपनी भूमिका बखूबी निभाई । दशरथ सिंह युद्घ में रॉकेट लॉन्चर एक्सपर्ट थे। अब ये रिटायर्ड हो चुके है लेकिन आज भी कारगिल युद्ध की तस्वीरे उनकी आंखों में है । दशरथ सिंह गुर्जर ने सेना में 16 साल तक सेवाए दी । रिटायर्ड होने के बाद अब वे पिपलियामंडी की सेंट्रल बैंक शाखा में सुरक्षाकर्मी है ।  

दशरथ सिंह बताते है कि सेना में वे राजपूत रेजिमेंट के घातक प्लाटून कमांडर थे और रॉकेट लॉन्चर में फायर एक्सपर्ट थे । कारगिल युध्द के दौरान उनकी पोस्टिंग जम्मूकश्मीर के पुंछ इलाके में थी । युध्द में उनके साथ 22 घातक कमांडो थे । जिन्हें वे लीड कर रहे थे । अपने साथियों को कवर देते हुए भारी भरकम रॉकेट लॉन्चर कंधे पर लेकर पहाड़ो पर चढ़ना और दुश्मन के बंकरों को ध्वस्त करना उनकी टीम के जिम्मे था । उन्होंने और उनकी टीम ने दुश्मनों के कई बंकर ध्वस्त किये । पाकिस्तान के कई सेनिको को मार गिराया । लेकिन इस जंग में उनके कई साथी भी शहीद हो गए जो उनके लिए भाई से भी बढ़कर थे । 21 साल बाद भी कारगिल युद्ध की स्मृतिया जरा भी धुंधली नही हुई । दशरथ सिंह बताते है कि चारो तरफ धमाकों की आवाज थी शुरुआती तीन चार दिन तो कुछ पता नही रहा । खाना पीना भूलकर वे मिशन में डटे रहे । युद्ध मे समय नही मिला तो वे और उनके साथी 4 दिन तक भूखे भी रहे । उस समय सिर्फ एक ही जुनून था भारत माँ की रक्षा करते हुए दुश्मन को नेस्तनाबूत करना है । युद्ध के दौरान नींद और थकान कम करने के लिए वे 5 से 10 मिनट बारी बारी से नींद लेते थे । इस बीच बाकी साथी चौकन्ने रहते थे । आखिरकार 40 दिन चले कारगिल युद्ध मे भारत के अदम्य साहस और वीरता के चलते पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े । दशरथ सिंह गुर्जर को विशेष सेवा पदक सहित कई अवार्ड मिले । सरकार द्वारा कारगिल युद्ध के लिए, आर्मी विशेष सेवा और जम्मू काश्मीर में लंबे समय तक कार्य करने, गुड सर्विस का अवार्ड दिया गया । गुर्जर के परिवार के आठ सदस्य आज भी सेना में सेवाए दे रहे है ।

 BYTE 01 :- दशरथ चौहान रिटायर्ड सैनिक

BYTE 02 :- राम कन्या पत्नी

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