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100 डायल एक अच्छी शुरुआत ,कई जानो को बचाने में लगातार कर रही सहयोग

बादपुर/पारस राठौर
मन्दसौर जिले के थानों में 100 डायल की शुरुआत से अब तक सेकड़ो मामलों में सबसे पहले पहुचने वाला थाने का वाहन है चाहे एक्सीडेंट का केस हो या किसी की गुमशुदगी की सूचना या किसी विवाद का पॉइंट लेकिन 100 डायल ज्यादातर मामलों में तुरंत पहुच जाती है ऐसे ही दर्जनों बेजुबान जानवरो नीलगाय एक्सीडेंट, वही नीलगायों के कुओ में गिर जाने के बाद सूचना मिलने पर सबसे पहले पहुचने वाला वाहन यही थाने की 100 डायल है कई जिंदगियो को बचाया कइयो को मिलाया वही एक ओर अब कई एक्सीडेंट के मामलों में 108 से पहले पहुचने वाला वाहन भी 100 डायल बन चुका है वही 100 डायल अन्य मामले आगजनी की घटनाओं सहित किसी भी जान -माल हानि की घटनाओं में भी लगातार अच्छा सहयोग कर पॉइंट पर पहुचकर सभी संबंधित विभाग को सूचना कर अपना कार्य बखूबी कर रही है वही लोगो के होने वाले जानमाल के नुकसानी को भी बचाने में सहयोग कर रही है वही नारायनगढ थाना क्षेत्र के एक गांव लोढाखेड़ा में जाकर एक माँ को उसके दो बच्चो को एक मामले में सुपुर्द किया था जिसमे 100 डायल मे कांस्टेबल जितेंद्र सिंह ,सूर्यपाल सिंह ,पायलेट शिवपाल सिंह चूंडावत मौजूद थे विगत समय मे वही एक ओर मामला नारायनगढ़ थाना frv 12 डायल 100 डायल के आरक्षक ,चालक का ऐसा ही कारनामा कुछ दिनों पहले हुवी नारायणगढ थाना क्षेत्र के रणायरा में चारे के बीड़ में भयंकर आगजनी होने की सूचना मिलने पर तुरंत पहुचने के बाद भी बिना फायर ब्रिगेड या किसी का इंतजार न करते हुवे खुद सिपाही ,चालक द्वारा पेड़ो की डालियां तोड़ कर आग जिस तरफ बड़ रही थी।उसको अपनी जान की परवाह ना करते हुए उस बार काबू पाया ओर कंट्रोल कर आग पर अपनी सुजबुज से काबू पा लिया था जिससे करीब 100 बिगा का बिड जलने से बच गया था इस मामले में श्रीमान जिला पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा 100 डायल ड्यूटी में तैनात जवान ,व चालक को सम्मानित भी किया गया था।।उक्त कार्य में एफ आर वी में तैनात स्टाफ आरक्षक 673 जितेंद्र सिंह और पायलेट दीपक गुर्जर की की सराहनीय भूमिका रही।

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