सच ऑफ अंधे प्यार का सच नमकीन बनाने वाला आखिर कैसे बना करोड़पति....
रतलाम//कहते हैं प्यार अंधा होता है लेकिन अगर जहां इश्क में पैसा बीच में आ जाए तो समझ लीजिए कि यह इश्क नहीं एक व्यापार है ऐसा ही है बहुचर्चित इश्क की दास्तान इन दिनों सुर्खियों में जा जाकर हर एक के कान में बड़ी ही खामोशी से हवा की तरह फैल रही है जिसको रोक पाना काफी मुश्किल है क्योंकि आरोपी फरार है और परिवार गुमशुदा लेकिन फिर भी पुलिस की तलाश जारी है कहीं जगह पुलिस ने परिवार वह रिश्तेदारों के यहां पर दबिश दी लेकिन खाली हाथ ही लौटना पड़ा अगर पुलिस का ऐसा ही ढीलापन वाला रवैया रहा तो हर आशिक रातो रात करोड़पति बनने का सोच लेगा वहीं अगर दोस्ती की बात की जाए तो हराम की कमाई दोस्तों पर लुटाता था यह शख्स लेकिन एक कड़वी सच्चाई यह भी है जैसे कि ईमानदारी के पसीने की कीमत लेट मिलती है लेकिन सुकून होता है और बेईमानी की हंसी लंबे समय तक नहीं टिकती ऐसा ही कुछ हुआ था इस कहानी में अगर समय रहते बेटी ने पूरी हकीकत अपने पापा को वह अन्य को बताई होती तो तंत्र मंत्र और अन्य बातों को लेकर आज पीड़ित ना होना पड़ता, देखिए पूरी खबर आखिर क्या है हकीकत.....
रतलाम जिले में जावरा का बहुचर्चित इश्क के मामले में मुख्य आरोपी निशित व उसका परिवार का 15 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुराख नही लगा है । पुलिस की लाख कोशिश के बावजूद अभी तक आरोपी हाथ नहीं लग पाया है। अब पुलिस न्यायालय में अर्जी देकर आरोपी और उसके परिवार की संपत्ति को कुर्क करने की प्रयास कर रही है।
युवती के परिवार की इज्जत की उड़ी धज्जियां
निशित ने इश्क का ऐसा रास रचाया की दो परिवार पर मुसीबतों का संकट खड़ा हो गया। निशित तो उस पर दर्ज हुएं मुकदमे के बाद से फरार हो गया और परिजन भी पुलिस की कार्रवाई के डर से रातों-रात भाग गए,इधर पीडित युवती के परिवार की हम बात करें तो उस परिवार की इज्जत की धज्जियां उड़ गई।......
जावरा व पूरे जिले में यह परिवार चर्चा का विषय बन गया तों वहीं परिवार के सामने कर्ज का संकट बांहे फैलाए खड़ा है। जिन लोगों से परिवार ने तिजोरी में दुगने होने के लालच में आभुषण लिए थे उनका तकाजा शुरू हो गया है, इस तरह दो परिवार की खुशियों पर ग्रहण लग गया।
15 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।
पुलिस ने निशित की तलाश में उसके सगे संबंधियों के यहां दबिश दी लेकिन अपराधी पुलिस से एक कदम आगे चल रहे हैं।
धोखाधड़ी के मामले में प्रदेश स्तर के इस कांड में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होना और पुलिस का ढुलमुल रवैया संदेहास्पद हैं।
दूसरी ओर पीड़ित परिवार अपना सब कुछ गंवा कर पुलिस की और से कार्यवाहीं का इंतजार कर रहा है। पिडित परिवार की मंशा है कि आरोपी शीध्र गिरफ्तार हों और आभूषण और रुपए उन्हें मिल जाए । ओर उन आभुषणों को असल मालिक को सौप दिया जाए। पीडित परिवार के साथ वह लोग भी परेशान है जिन्होंने निशित को कर्ज दें रखा था।आरोपी निशित की हम बात करें तो उसने वह सब कुछ पा लिया... जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की होगी। परिवार की आबरू के साथ उसने बहुत बड़ी राशि को धोके से हथिया कर खुद ने एश करते हुए अपने यार दोस्तों सहित ब्याजखोरों को मालामाल कर दिया।
जानकारी यह भी है कि पिछले लॉक डाउन के दौरान अपनी बिगड़ी आर्थिक व्यवस्था के कारण इसी निशित ने नमकीन का कार्य करने को मजबूर होना पड़ा था,और समय ऐसा पलटा कि तकदीर ने उसे मालामाल कर दिया।
आबरू के साथ तिजोरी में भी सेंध लगाई
आरोपी निशित इतना शातिर है कि युवती से दोस्ती का लाभ उठाने के बाद उसकी निगाहें परिवार की दौलत पर जा टिकी और उसने उसे हथियाने को लेकर तांत्रिक और ज्योतिष शास्त्र का सहारा लेकर परिवार की इज्जत के साथ तिजोरी में सेंध लगा डाली।
वायदा बाजार, IPL और अय्याशी
वायदा बाजार, IPL और अय्याशी करने में इसने हराम की करौडों रुपए की दौलत को दाव पर लगाते हुए,
अपने सभी अय्यास दोस्तों को अय्यासी कराई। इतना ही नहीं इन दोस्तों के परिजनों से गुलछर्रे उड़ाने में हराम की कमाई खत्म होने पर ऊंची ब्याज दरों पर रुपए उठाया करता था जिन्हें पठानी ब्याज की अदायगी में रुपयों को बरबाद कर दिया।
हराम की कमाई का सुरुर चढ़ा
हराम की कमाई की दौलत का उस पर ऐसा सुरुर चढ़ा की उसके जमीं पर पैर नहीं टिक पा रहे थे। अपने यार दोस्तों के साथ लग्जरी ज़िन्दगी जीते हुए उसने लाखों रुपए उड़ाए। अपनी बहन की शादी में इस नमकीन की दुकान खोलने वाले आरोपी ने लाखों रुपए दहेज में दिए और लाखों रुपए की एसयूवी लग्जरी वाहन खड़े खड़े ख़रीदीं,और उस एसयूवी में अपने हराम की कमाई पर गुलछर्रे उड़ाने में उन अय्यास दोस्तों को एश करवाया जिनसे लाखों रुपए ब्याज पर ऋण लेकर दुगुनी राशि वापस लौटाता था।
बता दें रहें हैं कि मामले में निशित के विरुद्ध जावरा पुलिस थाने में 29 जुलाई को प्रकरण दर्ज हुआ था,उस बात को बीते आज 15 दिनों के बाद भी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के हाथ खाली हैं, आरोपी के फरार होने के बाद परिवार भी रफुचक्कर हों गया और पुलिस हाथ मलते रह गई। उधर पीडित परिवार के सरोकार प्रदेश के बड़े बड़े राजनेताओं से होने के कारण प्रदेश भर के आला अधिकारियों के नॉलेज में यह मामला आ चुका हैं, ऐसे में पुलिस की लचर कार्यवाही पर सवालिया निशान लग रहें हैं।
बताते हैं कि निशित ने ना सिर्फ पीडित परिवार की आबरू और माल से खेला बल्कि तंत्र मंत्र का सहारा लेकर परिवार और परिवार के करीबी लोगों से आभुषणों को बुलवाकर उन्हें हड़प लिया,ऐसे में परिवार खुद का सब-कुछ लुटने के बाद अपने करीबीयों के कर्ज का बोझ सामने आ गया है।
पुलिस का ढुलमुल रवैया
FIR दर्ज होने के बाद आरोपी और उसके साथियों की धरपकड़ और तहकीकात करने में पुलिस ने ढुलमुल रवैया अपनाया। उससे आरोपी और उसकी मित्रमंडली में पुलिस का खौफ गायब हैं,जो फेसबुक पर निशित की बांहों में बांहे डालकर फोटो शेयर कर रहे थे। सूत्र बताते हैं कि जिन लोगों ने निशित का साथ दिया,उन लोगों से पुलिस ने कड़ी पुछताछ नहीं करते हुए उन्हें थाने पर भी नहीं बुलाना संदेहास्पद है, और आरोपी के यार दोस्त बेफिक्र होकर पीडित परिवार का मखौल उड़ा रहे हैं।
वहीं थाना प्रभारी द्वारा बताया गया है कि
आरोपी के बाद उसका परिवार भी फरार है। रिश्तेदारों के यहां दबिश देने पर हाथ खाली हैं। पुलिस सायबर सेल के माध्यम से गिरफ्तारी का प्रयास में जुटी हैं, आरोपी की सम्पत्ति को कुर्क करने के लिए न्यायालय में कार्यवाहीं कर दी है। आदेश मिलते ही कार्यवाहीं कर सम्पत्ति कुर्क की जायेगी।