सिंघम फिल्म देखने से कोई सिंघम नहीं बनता सिर्फ देखते वक्त जुनून होता है बाद में उतर जाता है
रतलाम///आखिर कब लगेगा अवैध शराब पर पूरी तरीके से अंकुश या फिर किसी की छत्रछाया है मास्टरमाइंड पर शराब तस्करों का बढ़ता कारोबार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है यहां पर पुलिस को सफलता तो मिलती है लेकिन पूरी तरह नहीं जैसे कि समुंदर के अंदर हाथ डाल लेंगे तो फिर काफी सवाल जवाब होंगे इसीलिए नदियों में मछली मार रही है पुलिस मेरे शब्द पुलिस पर सवाल नहीं उठा रही है बल्कि इसके पीछे कोई राजनीतिक हाथ भी हो सकता है जिनकी छत्रछाया में पल रहे हैं अवैध शराब के अड्डे और फिर पुलिस खामोश है क्योंकि हमारे मध्य प्रदेश का हाल भी, बड़ा गजब है दोस्तों ,क्योंकि यहां एक छोटा सा स्लोगन चलता है
एमपी अजब ,सबसे गजब
जी हां दोस्तों, हमारा मध्यप्रदेश हर चीज में विचित्रता बनाए हुए रखता है और बात करें, हमारे यहां की कानून व्यवस्था की या कहें कि पूरे भारतवर्ष के कानून व्यवस्था की ,तो पता चलता है की पुलिस का डंडा सिर्फ, गरीब मध्यमवर्ग लोगों तक ही सीमित रह गया है, पैसे वालों और दबंग लोगों पर पुलिस का डंडा नहीं चलता
जिसका सबूत आए दिन मिलता रहता है हम बात कर रहे हैं कुछ ऐसी घटनाओं की जहां पर पुलिस व्यवस्था कानून के दायरे से हटकर मुजरिमों को श्रेय देने में लगी है
यह कह सकते हैं कि दबाव में आकर पुलिस कार्य कर रही है
हमारे मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री महोदय शिवराज सिंह जी चौहान साहब जनता को लेकर के खासे परेशान रहते हैं क्योंकि उन्हें पता है जनता हमारी माई बाप है परंतु जब जनता के बीच में से कोई गरीब आदमी 4- 5 दारू की बोतलों के साथ पकड़ा जाता है ,तो उस पर आबकारी एक्ट लागू कर दिया जाता है और महीनों जेल में सढ़ने के लिए छोड़ दिया जाता है ,अगर कोई गरीब आदमी छोटा सा सब्जी काटने का चाकू लेकर निकल जाए तो ,उस पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दायर कर जेल भेज दिया जाता है*
वही कुछ प्रकार की छोटी मोटी घटनाएं चोरी -चौपाटी मारपीट में 151 की धाराएं लगाकर लोगों शक्ति प्रदर्शन किया जाता है l
अगर वहीं सिक्के का दूसरा पहलू देखें तो हमारे हिंदुस्तान के कानून में बड़े-बड़े किस्से शुमार हैं l
गरीब आदमियों से भरी जेले और दबंग बदमाश जो बड़े से बड़ा जुर्म करते हैं खुलेआम समाज में विचरण करते रहते हैं
जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं हमारे भारत के कानून और साथ ही मध्य प्रदेश की पुलिस व्यवस्था की,,,
पिछले दिनों आपने समाचार पत्रों के माध्यम से सुना होगा कि हमारे शिवराज मामा नकली दारू बनाने वालों पर फांसी की सजा का प्रावधान ला रहे हैं l लेकिन किस-किस पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा खरीदने वाले पर या फिर बेचने वाले पर और मास्टरमाइंड जो कि इतना शातिर है जिससे कि आने वाले तूफान का भी अंदाजा पहले से ही लग जाता है अब आप भी इतने समझदार हैं कि समझ गए होंगे क्योंकि रामायण और महाभारत तो देखी होगी लेकिन अगर जमीनी हकीकत देखी जाए तो जिनके पेट भरे हैं उनका कुछ नहीं बिगड़ता और जो किसी के पेट भरने के लिए यह सब करते हैं अवैध कारोबार जिनके ऊपर मुकदमे दर्ज हो जाते हैं अवैध शराब को लेकर जिन की सजा इनको मिल जाती है लेकिन मास्टरमाइंड की हकीकत अक्सर सामने नहीं आती है ऐसा ही कुछ रवैया इन दिनों मध्य प्रदेश पुलिस का है जो दबाव में रहकर खुद सिंघम नहीं बन पा रही है सिर्फ सिंघम फिल्म देख लेने से कोई सिंघम नहीं बनता अगर इनको रोकना है तो फिर खाकी का जलवा दिखाना पड़ेगा तब जाकर समझेंगे कुछ लोग खाकी के दर्द के पीछे की कामयाबी