वीवीएस सेंगर
उज्जैन। कोरोना संक्रमण के इस दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को जब दुनिया भर में भगवान का दर्जा दिया जा रहा है, वहीँ उज्जैन में आज वर्ल्ड डॉक्टर डे पर डॉक्टर के साथ मारपीट किये जाने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात ये है कि डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसी पुलिस का जवान है जिस पुलिस पर डॉक्टर्स सहित पूरे समाज की सुरक्षा का जिम्मा है। दरअसल घटना बुधवार की सुबह की है जब उज्जैन पुलिस की 32 वी बटालियन में पदस्थ जवान राजू अपना इलाज करवाने के लिए जिला अस्पताल पहुंचा। यहां पहुंचते ही इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसे बगैर चेक किए फीवर क्लिनिक भेज दिया। फीवर क्लीनिक मे टेंपरेचर और ऑक्सीजन लेवल सामान पाए जाने पर फीवर क्लीनिक ने डॉक्टर ने उसे वापस इमरजेंसी में जाने को कहा तो आरक्षक को गुस्सा आ गया और उसने कथित तौर पर गाली गलौज और मारपीट शुरू कर दी। हालांकि पुलिस जवान की सफाई कुछ और है। उसका कहना है कि उसके साथ डॉक्टर ने बदतमीजी की और उसे बेवजह परेशान किया। इसी को लेकर बहस हुई मारपीट मैंने नहीं बल्कि डॉक्टर द्वारा उसके साथ की गई। सीसीटीवी फुटेज में भी इसे
देखा जा सकता है । हालांकि पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं