सिंगोली// देश सेवा का जज्बा लिये 17 वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए विक्रम सिंह राठौड़ की अब अपने घर वापसी हो गई है। विक्रम सिंह की घर वापसी पर उनकी जन्मस्थली ग्राम बांगरेड में परिजनों एवं ग्रामवासियों ने राठौड़ का जमकर स्वागत किया।मूलत: नीमच जिले की मनासा तहसील के एक छोटे से गाँव बांगरेड के रहने वाले विक्रम पिता चतरसिंह ने 17 वर्ष पूर्व देश की सेवा करने का सपना सँजोकर कड़ी मेहनत के दम पर आर्मी ज्वाईन की थी और आर्मी में जाने के बाद देश के सबसे संवेदनशील इलाकों में पदस्थ होकर देश सेवा का कार्य किया।
इन स्थानों पर पदस्थ रहे-....
आर्मी में विक्रम सिंह की नियुक्ति मेकेनाइज्ड इन्फेन्ट्री (18 राजपुताना राइफल्स)में हुई।आर्मी में नियुक्ति के बाद माइनस डिग्री वाले लेह लद्दाख और जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील स्थानों पर विक्रम सिंह को पदस्थ किया गया।
विक्रम सिंह ने अपने 17 वर्ष के कार्यकाल में 2 वर्ष लेह-लद्दाख, 4 वर्ष जम्मू-काश्मीर में और अन्य वर्षों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में अपनी सेवाएँ दी तथा साल 2016 में हिसार में पदस्थ होकर 16 वर्ष 8 माह में सेना से रिटायरमेंट लेकर घर वापसी की।
सिंगोली से है पारिवारिक नाता-
विक्रम सिंह सिंगोली निवासी स्व. प्रतापसिंह राठौड़ के परिवार में रिश्ते में भतीजे लगते हैं। विक्रम सिंह ने कक्षा 12 वीं की परीक्षा सिंगोली के बालक हायर सेकेंडरी स्कूल से उत्तीर्ण की और उसके बाद सीधे देश सेवा की ओर अग्रसर हुए।
सिंगोली में भी भारत माता के सपूत विक्रम सिंह का किया जोरदार स्वागत....
शुक्रवार को विक्रमसिंह के नगर आगमन पर स्थानीय बजरंग व्यायाम शाला में विक्रमसिंह ने बालाजी का आशीर्वाद प्राप्त किया तथा पहले से स्वागत की तैयारी में खड़े नगर के युवाओं ने पूरी गर्मजोशी एवं ढोल धमाकों के साथ उनका स्वागत करते हुए नगर भ्रमण करवाया।
हर वर्ग ने दिया आशीर्वाद-..
नगर भ्रमण के दौरान नगर के हर वर्ग ने विक्रमसिंह का पलक पावड़े बिछाकर स्वागत किया और वरिष्ठजनों, गुरूजनों ने आशीर्वाद दिया।
नगर में बजरंग बजरंग व्यायाम शाला में युवाओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया तो नगर में जगह जगह व्यापारियों, राजनैतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संस्थाओं के सदस्यों, बुजुर्ग महिलाओं, पुलिस जवानों सहित तहसीलदार विवेक गुप्ता ने भी माला पहनाकर विक्रमसिंह का स्वागत सत्कार किया।