उज्जैन। जेल की चारदीवारी भी कोरोना को नहीं रोक रही है। तमाम कोशिशों और इंतजामों के बावजूद भी जेल की चारदीवारी को फांदकर कोरोना जेल के भीतर कैदियों के बीच पहुंच गया है। एक एक बाद हर रोज जेल में कैदी कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। बुधवार को इसी के चलते कलेक्टर आशीष सिंह ने जेल का औचक निरीक्षण किया और जेल में कोरोना वायरस फैलाने के लिए जिम्मेदार मानते हुए जेल के डॉक्टर डेविड नीलम को निलंबित करने के निर्देश देते हुए सीएमएचओ डॉ महावीर खण्डेलवाल को जेल में दूसरे डॉक्टर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
एक्सटेंशन
दरअसल कलेक्टर आशीष सिंह ने आज सुबह 11 बजे केंद्रीय जेल भेरूगढ़ का निरीक्षण किया और कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों एवं संदिग्ध मरीजों का हालचाल जाना। कलेक्टर ने आइसोलेशन वार्ड के भीतर जाकर कोरोना पॉजिटिव ही मरीजों चर्चा की। कलेक्टर ने उनसे के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की और दी जा रही चिकित्सा जानकारी ली । बीमार कैदियों से पूछा कि उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी तो नहीं है ।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने एडीएम श्रीमती विदिशा मुखर्जी को निर्देशित किया कि वे आज शाम तक जेल में बंद सभी कोरोना पॉजिटिव एवम लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था पीटीएस अथवा अन्य कोविड केअर सेंटर में करें जिससे अन्य कैदियों में कोरोनावायरस संक्रमण का फैलाव न हो सके।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान पाया कि जेल में पदस्थ डॉक्टर डेविड नीलम निरंतर लापरवाही करते हैं और जेल में नियमित रूप से नहीं आते हैं । यही नहीं स्वयं चिकित्सा कार्य करने के स्थान पर अपने पैरामेडिकल स्टाफ से कार्य करवाते हैं और निरंतर जेल अधीक्षक के आदेशों की अवहेलना करते हैं। कलेक्टर ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त करते हुए डॉक्टर नीलम के निलंबन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही किसी अन्य डॉक्टर को जेल में पदस्थ करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल को निर्देशित किया है। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक श्रीमती अलका सोनकर ,एसडीएम आरएम त्रिपाठी एवं अन्य जेल अधिकारी मौजूद थे ।