उज्जैन। उज्जैन एसटीएफ ने फर्जी आईपीएस को पकड़ा है। इंदौर के रहने वाला ये फर्जी आईपीएस बनकर टोल टैक्स नाके पर उगाही करता था। इंदौर के इस नटवरलाल को उज्जैन एसटीएफ ने देवास के टोल टैक्स नाके से गिरफ्तार किया है। दरअसल ये अपने आप को आईपीएस अधिकारी बताकर लोगों आने जाने वाले लोगों पर रौब झाड़ रहा था।
शंका होने पर टोल टैक्स नाके के कर्मचारियों ने उज्जैन एसटीएफ को सूचना दी। इस आधार पर एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ एसपी गीतेश गर्ग के मुताबिक रविवार की सुबह एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अपने आप को आईपीएस बताकर देवास टोल नाके पर धौंस दिखा रहा है।इसी आधार पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने अपना नाम ज्योतिर्मय विजयवर्गीय बताया। उसने बताया कि वह इंदौर में रहता है उसके माता पिता देवास में निवास करते हैं। उसने अभी तक कई लोगों को ठगा है। यहां तक की वह ठगी की वारदात को अंजाम इस प्रकार से देता है कि लोगों को चेक पैसे लेने के बाद देता है। जिसमें बैलेंस जीरो होता है। पुलिस फिलहाल इससे पूछताछ कर रही है हो सकता है कि बड़ा खुलासा हो सकता है। इसके पास से सौ से अधिक चेकबुक भी जब्त की गई है। आईपीएस बनकर धोखाधड़ी करने वाले इस नटवरलाल को पकड़ने में उज्जैन एसटीएफ की निरीक्षक दीपिका शिंदे, इंस्पेक्टर जेएस परमार, एएसआई देवेंद्र सिंह कुशवाह, एल एन जाट, प्रधान आरक्षक बजरंग कुमार,आरक्षक सुनील झा, संजय शुक्ला,धर्मेंद्र बरोलिया, राजपाल सिंह राठौर, पुष्पेंद्र यादव राजेंद्र परिहार, मनीष राठौर पूनम चंद यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वी.वी.एस सेगर की रिपोर्ट
बाइट-गीतेश कुमार गर्ग,एसपी, एसटीएफ