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रतलाम के बहुचर्चित फैजान हत्याकांड के मुख्य आरोपी को उम्र कैद,बहन को 7 साल का कारावास

करीब एक वर्ष पूर्व शहर के हाट की चौकी इलाके में एक पांच वर्षीय बालक के साथ अप्राकृतिक कृत्य कर उसकी नृशंस हत्या करने के मामले में पाक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश ने मुख्य आरोपी को आजीवन कारावास तथा साक्ष्य छुपाने में उसकी मदद करने वाली उसकी बहन को सात वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई।

विगत 13 अप्रैल 2019 को हाट की चौकी क्षेत्र में रहने वाला एक पांच वर्षीय बालक फैजान लापता हो गया था। घटना के दस दिनों के बाद बालक का शव पास के नाले से बरामद हुआ था। जांच में यह तथ्य सामने आया था कि आरोपी सोहेल ने बालक के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने के बाद उसके मुंह पर टेप चिपका कर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने अपनी बहन की मदद से बालक के शव को एक बोरे में बंद करके नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने 4 मई को मामले का खुलासा करते हुए दोनो आरोपियो को गिरफ्तार किया था। इस घटना से शहर में सनसनी फैल गयी थी। लोगो मे आक्रोश भी था।
पाक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश साबिर एहमद ने प्रकरण के विचारण के बाद गुरुवार को आरोपी सोहेल और उसकी बहन को दोषसिद्ध घोषित किया था। शुक्रवार को पाक्सो एक्ट के विशेष न्यायालय में दोनो आरोपियों को सजा के प्रश्न पर सुना गया। अभियोजन ने इस मामले को विरलतम बताते हुए आरोपियों को मृत्युदण्ड देने की मांग की वहीं बचाव पक्ष ने मृत्युदण्ड़ का विरोध किया। पाक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश साबिर एहमद ने शुक्रवार को घोषित अपने निर्णय में आरोपी सोहेल को हत्या की धारा 302 में आजीवन कारावास व पांच हजार रु.अर्थदण्ड,पाक्सो एक्ट की घारा 5(एम)-6 में आजीवन कारावास व पांच हजार रु.अर्थदण्ड,भादवि की अपहरण की धारा 363 के तहत 7 वर्ष कठोर कारावास व एक हजार रु.अर्थदण्ड,साक्ष्य छुपाने की धारा 201 के तहत 7 वर्ष का कारावास व एक हजार रु.अर्थदण्ड और आपराधिक षडयंत्र की धारा 120 बी के तहत 7 वर्ष का कारावास और एक हजार रु.अर्थदण्ड की सजा सुनाई। इसी तरह उसकी बहन को साक्ष्य छुपाने के मामले में 7 वर्ष के कारावास व एक हजार रु.अर्थदण्ड और आपराधिक षडयंत्र के मामले में भी सात वर्ष के कारावास व एक हजार रु.अर्थदण्ड की सजा सुनाई। आरोपियों की सभी सजाएं एक साथ चलेगी।

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