आपराधिक गतिविधियों में शामिल संदिग्धों की अब खेर नही
एसपी ने इरादे किए स्पष्ट, बेहतर पोलिसिंग पर होगा फोकस
एंकर। देश भक्ति-जन सेवा के सिद्धांत के साथ मप्र पुलिस आमजन में विश्वास को बनाने का हर संभव प्रयास करती आई है।अपराधियों में ख़ौफ़ और जनता की सुरक्षा का जिम्मा भी सदैव सर्वोपरि रखे हुए है। लेकिन हाल ही के कुछ वर्षों में मालवांचल के नीमच मंदसौर जिले में एनडीपीएस के मामलों में निजी स्वार्थों एवं भ्रष्ट आचरण के गंभीर मामले सामने आते रहे है।विगत माह नीमच जिले के जावद थाने पर फिल्मी स्टाइल में कुछ पुलिसकर्मियों ने बड़े खेल को अंजाम देने को लेकर सीधे साधे व्यापारी को टारगेट करने की पठकथा भी लिख दी थी,आमजन व मीडिया के द्वारा आवाज बुलंद करने पर उक्त मामले में टीआई सहित एक एसआई और 4 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई थी...जावद पुलिस की इस कार्यवाही के बाद राजधानी के गलियारों तक पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े हुए थे, जिसके बाद जावद थाने से ही जुड़े एनडीपीएस के एक फर्जी प्रकरण में नवागत एसपी सूरज कुमार वर्मा ने जिले की कमान सभालते ही थाने के दो पुलिसकर्मियों को एक आवेदक को अफीम के मामले में झूठा फ़साने, बंधक बनाकर मारपीट करने व अवैध वसूली के जांच में आरोप सिद्ध होते ही उन पर अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया। एसपी वर्मा ने अपनी कार्यशैली से स्पष्ट कर दिया कि एनडीपीएस या अन्य किसी भी तरह का कदाचरण कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई से आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास को बल मिलेगा।पुलिस अधीक्षक के एनडीपीएस संबंधी एक्शन प्लान से अफीम डोडाचूरा के नेक्सेस को बढ़ावा देने वाले पुलिसकर्मियों पर शिकंजा कसने से तस्करों के सिंडिकेट का भी खात्मा होने की संभावना दिखने लगी है।