क्या सुबोध के सुपरविजन में पनपा तस्करी का कारोबार..... काले कारोबार में "भंसाली की लीला" ने निभाया अहम किरदार..... राजस्व चोरी से लेकर धुलापली की तस्करी का खुला खेल...... "सिस्टम" को छाननी होगी "धंधे" की खाक और करनी होगी "सम्पति" की जांच......
नीमच की पोस्ता मंडी से जन्मा नशे का एक अवैध कारोबार और उससे जुड़े पोस्ता कारोबारियों के कारनामों से उठ रहा पर्दा, एक के बाद एक कई चोंकाने वाले रहस्यों को भी उजागर कर रहा है,,,टेक्स चोरी से शुरू हुआ पोस्ता कारोबार का यह खेल तस्करी से लेकर प्रोपर्टी कारोबार पर आकर थम चुका है, जहाँ अब नशे के अवैध कारोबार में अर्जित काली कमाई को खपाया जा रहा है, कभी टेक्स चोरी को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली प्रदेश की इस आदर्श कृषि उपज मंडी के पोस्ता कारोबार पर अब तस्करी की कालिख पूत चुकी है, जिसे लंबे अरसे से भंसाली जैसे सफेद पोश पोस्ता कारोबारियों की सरपरस्ती में बेखोफ अंजाम दिया जाता रहा...बताया जा रहा है, की पोस्ता कारोबार की आड़ में उपजे तस्करी इस काले कारोबार का मुख्य सूत्रधार "भंसाली" रहा है, जिसके सुपरविजन में नीमच की पोस्ता मंडी से निकले नशे के इस कारोबार ने पंजाब हरियाणा में अपनी जड़ें जमाई और "उड़ता पंजाब" में अहम भूमिका निभाई...?
इस बीच कानून के फंदे से बचने के लिए भंसाली सबंधित जांच एजेंसियों को अब तक अपनी "लीला" दिखाता रहा...और सांठगांठ के रास्ते अपने अवैध काम को अंजाम तक पहुँचाता रहा, इस बीच 7 जुलाई 2017 को नीमच मंडी के पोस्ता कारोबारियों के कारनामों से पर्दा उस वक्त उठा जब नशे के समान यानी "धुलापली" से भरे एक कंटेनर को हरियाणा पुलिस ने जब्त किया और तलाशी के दौरान 29 बोरो 30 कट्टों में बड़ी मात्रा में मादक धुलापली को बरामद किया गया, इस बड़ी कार्यवाही का कनेक्शन सीधा नीमच के पोस्ता कारोबारियों से जुड़ा और कई नामचीन कारोबारी हरियाणा पुलिस की इस कार्यवाही में बे-नकाब हुए...?
हालांकि हरियाणा पुलिस की इस बड़ी कार्यवाही के बाद भी तस्करी के धंधे पर कोई प्रभावी असर नही पड़ा और निरंतर भंसाली जैसे पोस्ता कारोबारी अपनी "लीला" दिखाते हुए पोस्ता करोबार की आड़ में नशे के इस अवैध करोबार को अंजाम तक पहुँचाते रहे...!
बतादें की पोस्ता कारोबारियों की फेहरिस्त में "भंसाली" एक ऐसा चर्चित नाम है, जिसकी "लीला" इस कारोबार में सरकार को टैक्स का चूना लगाने से लेकर तस्करी के अवैध धंधे में अपना कमाल दिखाती रही है...जिसनें मंडी के अंदर-बाहर और औद्योगिक क्षेत्र स्थित अपने ठिकानें से पोस्ता खरीदी करने के साथ ही धुलापली की तस्करी को भी अपने अवैध कारोबार का एक प्रमुख हिस्सा बनाया...और काले कारोबार में अर्जित इसी काली कमाई को अब जमीनों के कारोबार खपाया जा रहा है...एक सफेद पोश पोस्ता कारोबारी के किरदार में तस्करी के कारोबार का सरदार यहाँ भंसाली है, जिसकी "लीला" के आगे सिस्टम भी अब तक नतमस्तक रहा है...और ऐसे में भंसाली के धंधे की खाक छानना और सम्पत्ति की जांच करना शिवराज सरकार के लिए भी किसी चुनोती से कम नही है...?