घूसकांड के दलदल में "दफन राज" का जल्द हो सकता है, पर्दाफाश... "चंपा" की महक में मदहोश थे, अफीम फेक्ट्री के घूसखोर अधिकारी...... एसीबी से लेकर वित्त मंत्रालय के गलियारों में अब महकने लगा "चंपा"...... ट्रेवल्स संचालक के रूप अफीम फेक्ट्री के अन्दरखाने तक घुसपैठ, और बन गया दलाली का मुख्य सूत्रधार......
नीमच//अफीम फेक्ट्री घूसकांड मामले में किसानों से वसूली की यह मिस्ट्री अब फेक्ट्री के अंदरखाने से लेकर बाहरी दलालों के चेहरों को बे-नकाब कर रही है, गाजीपुर अफीम फेक्ट्री के प्रबंधक और नीमच अल्कोलायड के प्रभारी शशांक यादव के खिलाफ एसीबी की बड़ी कार्यवाही के बाद मामले में दलालों के सिंडिकेट से जुड़ी हर कड़ी को जोड़ने का काम जांच में बड़ी गम्भीरता के साथ किया जा रहा है, जिसमें अफीम किसानों से करोड़ो की वसूली की शुरुआत करने वाले "चंपा" जैसे दलालों से लेकर प्रबंधन से जुड़े निचले कर्मचारी, लेब इंचार्ज और घूसखोर अधिकारियों को एसीबी द्वारा चिन्हित करने की खबर आ रही है...अब ऐसे में एसीबी की जांच में सामने आ रहे,प्रबंधन से जुड़े घूसकांड के भृष्ट चेहरों और बाहरी दलालों से सख्ती से पूछताछ की जाए तो हजारों किसानों से करोड़ो की वसूलीकांड का चोंकाने वाला सच निकलकर सामने आ सकता है, जिसमें नीचे से लेकर उपर बंटने वाली घूसखोरी की रेवड़ी और इसका स्वाद चखने वाले उन तमाम लोगों की करतूतों से पर्दा उठेगा, जिन्होंने किसानों को लूटने के साथ ही केंद्र सरकार के अधीनस्थ एक महत्वपूर्ण "उपक्रम" को दागदार करने का कृत्य किया है...!
घूसकांड के इस सनसनीखेज मामले में सबसे ज्यादा चोंकाने वाली बात यह निकलकर सामने आई है, की घूसखोर अधिकारियों तक इतनी बड़ी रकम पहुँचाने और इसके पहले किसानों से रिश्वतखोरी के करोड़ो रुपए एकत्रित करने का काम कुछ बाहरी दलालों के जिम्मे था, जिनकी फेक्ट्री के अन्दरखाने तक अधिकारियों के बीच गहरी घुसपैठ थी...सूत्रों के मुताबिक शशांक यादव के ट्रेप होने के बाद ऐसे ही कुछ सक्रिय दलालों का खाका एसीबी ने तैयार किया किया है...?
खबर है की अफीम फेक्ट्री से जुड़े दलालों की इस सूची में "चंपा " की महक सबसे ज्यादा एसीबी से लेकर केंद्रीय वित्त मंत्रालय के गलियारों तक अब महक रही है, जिसनें नीमच स्थित अफीम फेक्ट्री में पहले एक ट्रेवल्स संचालक के रूप में घुसपैठ की और फिर घूसखोर अधिकारियों से गहरी पैठ जमाने के बाद फेक्ट्री में दलालों के सरदार के रूप खुद को स्थापित किया...अफीम फेक्ट्री के घूसखोर अधिकारियों के लिए करोड़ो की वसूली का खास बिचौलिया "चंपा" अपनी "महक" से किसानों को लुटता रहा, और घूसखोर अधिकारियों को मदहोश करता रहा, चंपा की कारगुजारियों की यह गतिविधि बीते कई वर्षों से कुछ इसी तरह सक्रिय तौर पर जारी थी, जिसकी शुरुआत उसने अपने ट्रेवल्स कारोबार के माध्यम से की, और अफीम किसानों से करोड़ो की वसूली का मास्टर प्लान घूसखोर अधिकारियों के साथ बनाया, जिसका परिणाम और शर्मनाक उदाहरण शशांक यादव घूसकांड के रूप में हमारे सामने है...!
एक ट्रेवल्स संचालक के रूप में अफीम फेक्ट्री में घुसपैठ करने वाले "चंपा" की हर एक संदिग्ध एक्टिविटी पर एसीबी को यहाँ गहनता, गम्भीरता, और सख्ती से पड़ताल करने की आवश्यकता है,,,ताकि हजारों अफीम किसानों के हितों से जुड़ा यह गंभीर मसला सुलझने के साथ ही घूसकांड के दलदल में दफन और भी कई राज निकलकर सामने आ सके...!