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एसीबी ने किया नीमच का रुख, दलालों के रैकेट और मुख्य सरगना तक पहुँचने की तैयारी..... जांच दल ने कार्यवाही में कसावट लाने, सख्ती से की पड़ताल...... कोडिंग सेक्शन व प्रयोगशाला में पदस्थ रहे संदिग्धों से घण्टो की पूछताछ..... किसानों और अधिकारियों के बीच रिश्वत की कड़ी जोड़ने वाले "चंपा" जैसे दलाल भी होंगे बेपर्दा......

नीमच//अफीम फेक्ट्री घूसकांड मामले में शशांक यादव को ट्रेप करने के बाद अब मामले से जुड़े दलाल गिरोह के अन्य लोगों और घूसकांड के मुख्य सूत्रधारों की खाक छानने में एसीबी की पड़ताल शुरू हो चुकी है, जिसके जरिये एसीबी अब जल्द ही अफीम किसानों से वसूली करने वाले गिरोह और घूसकांड में शामिल फेक्ट्री के अन्दरखाने में मौजूद दलालों और अधिकारियों के रैकेट का पर्दाफाश कर सकती है..?
इस सबंन्ध मे एसीबी ने अपनी पड़ताल में कसावट लाते हुए, शुक्रवार को नीमच स्थित अफीम कारखाने का रुख किया और घूसकांड में आरोपों से घिरे लोगों से कड़ी पूछताछ की, एन्टी करप्शन ब्यूरो कोटा के डीएसपी धर्म वीर सिंह के नेर्तत्व में जांच दल ने मार्फिन परीक्षण में हेराफेरी कर किसानों से वसूली के आरोपों से घिरे लेब सहायक अजित सिंह व कोडिंग सेक्शन सहायक दीपक यादव से लंबी पूछताछ की, इसके साथ ही एसीबी के अधिकारियों ने ड़ॉ शशांक यादव के जीएम रहते किए गए, मार्फिन परीक्षण प्रकिर्या के सबंन्ध में कोडिंग सेक्शन प्रमुख व अन्य कर्मचारियों से सवाल किए, इस दौरान एसीबी के डीएसपी धर्मवीर सिंह ने अफीम फेक्ट्री का निरीक्षण भी किया, और किसानों से अफीम सेंपल संग्रहित करने, व मार्फिन की मात्रा का परीक्षण करने सबंधी गतिविधियों की रिकार्डिंग के बारे में बारीकी से पड़ताल की...मामले में एसीबी की पड़ताल, संदिग्धों से लिए गए बयानों और जुटाई गई जानकारियों के आधार पर ही आगे की कार्यवाही सुनिश्चित होगी...!
इसके साथ ही एसीबी की जांच में घूसकांड से जुड़े कई ऐसे बिंदु भी सामने है, जो दलालों और जिम्मेदारों के बीच बंधी हर एक कड़ी को खोलते हुए, रैकेट का पर्दाफाश करने में कारगर होगी...!
इधर शुक्रवार को नीमच में एसीबी की आहट के साथ बाहरी दलालों में हड़कंप मच गया, जो घूसकांड के समंदर में गोता लगाने के बाद अब कार्यवाही से बचने के लिए छटपटा रहे है...बताया जा रहा है, की ट्रेवल्स संचालक की भूमिका में फेक्ट्री के अन्दरखाने तक घुसपैठ करने वाला दलालों का सरदार चंपा भी घूसकांड के सूत्रधारों में से एक है, जिंसने अफीम किसानों और फेक्ट्री के घूसखोर अधिकारियों के बीच की कड़ी को जोड़ते हुए, करोड़ो की रिश्वतखोरी को अंजाम तक पहुँचाया...संभावना जताई जा रही है, की घूसकांड मामले में किसानों से करोड़ो की वसूली और इस रैकेट में शामिल चंपा जैसे दलालों सहित अन्य संदिग्ध भी कार्यवाही की "जद" में आएंगे, जिनके चेहरे एसीबी की कार्यवाही में जल्द ही बे-नकाब होंगे, और अफीम फेक्ट्री घूसकांड मामले से जुड़े रैकेट का पर्दाफाश होगा...!

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