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क्या मिलावट खोरी के खिलाफ जंग हार चुकी है सरकार......? त्योहारों की रंगत के बीच जहर घोलने को तैयार है, मिलावट के माफिया........ प्रशासनिक छापेमारी में बे-पर्दा हुए तेल कारोबारियों का शुरू हुआ खेल........

नीमच//आगामी त्योहारों की हलचल के साथ ही बाजारों में अब रौनक भी देखने लगी है, और इस बीच त्योहारों की रौनक का रंग फीका करने और उसमें जहर घोलने का काम भी तेजी से पनपता नजर आ रहा है, जिसे अंजाम देने को तैयार है, शहर के मिलावट खोर कारोबारी, जो सरकार के अभियान को धूर्त साबित करते हुए, अपने काले कारोबार में दोबारा जड़े जमा चुके है, और मिलावट खोरों की यह गेंग सक्रियता के साथ एक बार फिर तैयार है, आम आदमी की थाली में जहर घोलने को, जिसे मसाला उपज, खाद्य तेल और अन्य उत्पादों के रूप में स्थानीय बाजारों सहित बड़े शहरों में बेखोफ उतारा जा रहा है...! पूर्व में एक अभियान के तहत होने वाली प्रशासनिक कार्यवाहियों का यहाँ कोई भी असर प्रभावी होता नजर नही आ रहा है...! मसलन मिलावट का यह जहर अब दोबारा तेल कारोबारीयों के ठिकाने से निकलने लगा है, जहाँ घटिया पाम आयल की मिलावट के साथ बाजारों में सोयाबीन तेल खपाया जा रहा है, पूर्व में प्रशासनिक छापेमारी के दौरान स्किम बनाकर पाम आयल की मिलावट करते रंगे हाथों पकड़े गए, गोयल सेल्स के संचालको का गोरखधंधा यहाँ एक बार चरम पर है, जिन्होंने मिलावट के अपने ठिकानों को तो बदला लेकिन मिलावट खोरी को नही छोड़ा, जानकारी के मुताबिक गोयल सेल्स कारपोरेशन के स्किम no.9 स्थित जिस गोदाम को प्रशासन ने छापेमारी के बाद सील किया था, वहीं से मिलावट खोरी की जहरीली शुरुआत एक बार फिर चुकी है, सूत्रों की माने तो एक योजना के तहत गोयल बंधु बड़ी मात्रा में पहले "पाम" ऑइल की खेप को इस गोपनीय ठिकाने पर रखते है, जिसे आवश्यकता के अनुरूप खपा लिया जाता है, एक जानकारी के मुताबिक मिलावट खोरी से जुड़ा गोयल सेल्स का यह अवैध कारोबार अधिकांश छोटे कस्बों और ग्रामीण अंचलों में अपनी जड़ें जमाये है...जिसके खिलाफ प्रशासन को एक बार सख्त अभियान चलाने की यहाँ आवश्यकता है, ताकि मिलावट का यह नासूर जड़ मूल से समाप्त हो सके...

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