हड़ताल के बीच नही थम रही, भंसाली की अवैध "लीला"...... साथी कारोबारी के साथ मिलकर, मंडी प्रशासन को किया जा रहा गुमराह...... निम्बाहेड़ा से की जा रही, पोस्ता खरीदी और नीमच के ठिकानों पर पनप रहा काला कारोबार....... जावद में दफन हो गया, 700 बोरी काले दानें की तस्करी का राज...... ?
दीपक चौहान की विशेष रिपोर्ट
नीमच मंडी के पोस्ता कारोबार में अवैध गतिविधियों को लेकर मची खलबली के बाद पोस्ता कारोबार से जुड़े सफेद पोश चेहरों से भी नकाब उतर चुका है, जो कई दशकों से पोस्ता के इस कारोबार की आड़ में नशे के अवैध कारोबार को अंजाम तक पहुँचाते रहे है,,,ऐसे में जब कारोबारियों के काले कारनामों से पर्दा उठा तो, हर किसी की चूलें हिल गई, और करतूतों पर पर्दा गिराने की साजिशों को अंजाम दिया जाने लगा...प्रतिबंध के बावजूद दशकों से पोस्ता छनाई कर नशे के कारोबार को जन्म दे रहे है, कारोबारियों को अब सरकार से अपेक्षा है, की उन्हें छनाई प्रकिर्या की अधिकृत अनुमति दी जाए...ताकि सवालों और आरोपों से घिरा यह अवैध कारोबार लाइसेंसी हथियार के साथ पनप सके...?
ऐसे में कारोबारियों की मंशा का अंदाजा भी यहाँ स्पष्ट तौर पर लगाया जा सकता है, जिसमें कामयाब होने के लिए, पिछले कुछ दिनों से कारोबारियों द्वारा पोस्ता मंडी में कामकाज ठप्प करने के साथ ही नाजायज मांग को पूरी करने की रणनीति पर जोड़ तोड़ किया जा रहा है...ऐसे में पोस्ता कारोबारियों की उक्त मांगे कितनी वाजिब है, यह बताने की आवश्यकता नही है...इस बीच मंडी प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए,कहा है, की "खरीदी नही तो लाईसेंस नही" मतलब बंद पड़ी पोस्ता मंडी को जल्द शुरू नही किया गया तो, व्यापरियों के लाईसेंस रद्द किए जा सकते है...!
इधर पोस्ता मंडी की इस हलचल और कारोबार में उठे तस्करी से जुड़े सवालों के बीच "भंसाली की लीला" का जादू लगातार देखने को मिल रहा है, जो मंडी प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर अपने साथी कारोबारी बंसल के साथ मिलकर निम्बाहेड़ा से पोस्ता की खरीदी कर उसे नीमच स्थित ठिकानें पर ग्रेडिंग किया जा रहा है...काले कारोबार पर प्रशासन की सख्ती और मांगो को लेकर खरीदी पर पाबंदी का कोई प्रभाव यहाँ भंसाली पर असरदार नही है, जिसकी "लीला" का जादू अब बंसल जैसे अन्य पोस्ता कारोबारी पर भी चढ़ने लगा है,,,जो पोस्ता की आड़ में काले कारोबार को हर कीमत पर अंजाम तक पहुँचाने को तैयार है...!
यहाँ कहना गलत नही होगा कि मंडी के पोस्ता कारोबार में बंसल और भंसाली की "लीला" लंबे अरसे से अपना कमाल दिखाती आई है, जिन्होंने मादक पदार्थो की बड़ी खेप को देश के कई इलाकों में बेखोफ उतारा और पोस्ता कारोबार की आड़ में नीमच मंडी से तस्करी के अवैध कारोबार को जन्म दिया...!
खबरों के मुताबिक पिछले साल ही भंसाली ने अपनी "लीला" दिखाते हुए, 700 बोरी काले दाने की बड़ी खेप का सौदा तस्करों से किया था, बताया जाता है, की पोस्ता कारोबार से बड़ी मात्रा में निकला नशे का यह सामान भंसाली ने जावद स्थित किसी गोपनीय ठिकाने पर छिपाया था, जिसका सौदा जोधपुर के तस्करों से किया गया था...ऐसे में भंसाली और बंसल के कारोबारी सबंधो के बीच काले दाने का भी चोंकाने वाला राज दफन है, जहाँ भंसाली ने अपनी "लीला" दिखाते हुए, करोड़ों का काला कारोबार किया और तस्करी का यह सनसनीखेज राज जावद में ही दफन हो गया...!