एनसीबी का शिंकजा कसते ही चारों खाने चित हुआ, "बाबू तस्कर" बाबू को पिंजरे में डालने के साथ ही अवैध सम्पत्ति को जब्त करने की भी तैयारी एनसीबी की रडार पर काले कारोबार में हाथ काले करने वाले आधा दर्जन पोस्ता कारोबारी जी का जंजाल बनी "बाबू" की दोस्ती, सूरज-चांद का टुकड़ा दे रहा, एनसीबी से बचने के टिप्स
दीपक चौहान की विशेष रिपोर्ट
नीमच कृषि उपज मंडी में पोस्ता कारोबार के बीच जन्मा तस्करी का काला कारोबार, बाबू की करतूतों और उसके खिलाफ एनसीबी की बड़ी कार्यवाही के साथ ही, बे पर्दा हो चुका है...जहाँ एनसीबी के अधिकारी अब पोस्ता कारोबार से जुड़े मादक पदार्थो की तस्करी के सफ़ेद पोश नेक्सेस में शामिल अन्य लोगों की कुंडली खंगालने में जुट चुके है...धुलापली से लेकर काला दाना और डोडाचूरा की तस्करी को पोस्ता कारोबार की आड़ में अंजाम देने वाला मंडी का सफेदपोश गिरोह बाबू के खिलाफ एनसीबी की कार्यवाही के बाद से ही सदमे में है, और बाबू से कारोबारी दोस्ती अब उनके लिए जी का जंजाल बन चुकी है...खबर है, की जय कुमार सबनांनी उर्फ बाबू सिंधी के औद्योगिक क्षेत्र स्थित ठिकानें से एनसीबी को बड़ी मात्रा में मिला तस्करी का सामान आधा दर्जन पोस्ता कारोबारियों की फर्मो से तस्कर बाबू द्वारा एकत्रित किया जाता था, जिसे गेंहू, और पोस्ता की बोरियों के साथ देश के अलग अलग प्रान्तों में मौजूद कुख्यात तस्करों को सप्लाय किया जाता था...बताया जा रहा है, की एनसीबी के शिकंजे में कैद बाबू रिमांड के दौरान पोस्ता कारोबार से जुड़ी तस्करी की उन टहनियों को भी पूछताछ में हिला सकता है, जो उसे मादक पदार्थ उपलब्ध कराती थी...इसके साथ ही बाबू की काली कमाई को जमीनों के कारोबार में ठिकानें लगाने वालों में आशीष जिंदल जैसे सट्टा माफिया भी एनसीबी की रडार पर है...वहीं बाबू के साथ काले कारोबार में हाथ काले करने वालों की सूची में खाकी से जुड़े कुछ अदने से पुलिस कर्मी भी शामिल है, जो कहने को तो अदने से है, लेकिन "बाबू" के साथ तस्करी के इस काले कारोबार के मुख्य किरदार माने जाते है...जिसका प्रमाण भी शोसल मीडिया पर वायरल वीडियो के माध्यम से एनसीबी तक पहुँच चुका है...ऐसे में बाबू के काले कारनामों के खिलाफ नारकोटिक्स ब्यूरो की इस बड़ी कार्यवाही के बाद अब गिरोह में शामिल मंडी कारोबारी, सट्टा माफिया, और खाकी से जुड़े लोगों को सूचीबद्ध करने के साथ ही बाबू तस्कर की अवैध सम्पत्ति को जब्त करने की तैयारी भी एनसीबी कर चुकी है, जिसे तस्करी के अवैध कारोबार की काली कमाई से बाबू ने अर्जित किया था...बताया जा रहा है, की बाबू के साथ तस्करी के कारोबार में अपनी संलिप्तता रखने वाले पोस्ता कारोबारियों की सूची में धीरेंद्र इंटरनेशनल से जुड़े सफेद पोश कारोबारी सहित मुकेश बंसल, टीना & टीना, और सूरज-चांद का टुकड़ा दीपक जैसे आधा दर्जन लोग शामिल है, जिनका तस्करी का अवैध कारोबार बाबू सिंधी के संरक्षण में अंजाम तक पहुँच रहा था, नीमच मंडी के सफेद पोश कारोबारियों की सूची में शामिल तस्करो का यह सिंडिकेट बाबू के साथ हर अवैध गतिविधियों का बराबर साझेदार था, जिन्होंने तस्करी की काली कमाई को बाबू के साथ जमीनों के कारोबार में भी ठिकानें लगाया...जिनके "बाबू" से मधुर सबंध अब उन्हें मुश्किलों में डाल रहे है, और ऐसे में नीमच कृषि उपज मंडी के प्रतिष्ठित पोस्ता कारोबारियों के कुनबे से निकला तस्करों का यह कुख्यात रैकेट एनसीबी के शिकंजे से बचने के लिए कार्यवाही को एक दिशा देने की जुगाड़ में सत्ता के गलियारों तक चक्कर काट रहा है...बताया जा रहा है, की तस्करी के आरोप में हरियाणा पुलिस की रडार पर आ चुका बाबू की तस्कर गेंग से जुड़ा मंडी का एक मास्टर पीस सूरज-चांद का टुकड़ा अपना अनुभव साझा करते हुए, बाबू के जंजाल से बचने के रास्ते और टिप्स कारोबारियों को दे रहा है...!
बहरहाल बाबू की रिमांड अवधि कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगी और इसके साथ ही बाबू की तस्कर गेंग से जुड़े सफेद पोश लोगों के चेहरों से भी पर्दा उठ जाएगा...जो बाबू के साथ मिलकर नीमच की पोस्ता मंडी से नशे के कारोबार को जन्म देकर उसे देश के अलग अलग इलाकों में अंजाम तक पहुँचा रहे थे...!