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मूंगफली तेल में एसेंस तो सोयाबीन में पॉम की मिलावट का जहर..... मिलावटखोरों के कारनामों के आगे, शुद्ध रूप से छले जा रहे उपभोक्ता....... त्योहारी सीजन में मिलावटी जहर परोसने को तैयार हुए, तेल माफिया...... मिलावटखोरी से होने वाली मुनाफाखोरी की लालसा ने नही छोड़ा "काका जी" का पीछा.....?

नीमच//आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए, रोजमर्रा के उपयोगी खाद्य पदार्थ तैयार करने वाली, औद्योगिक संस्थाओं पर उत्पादन और पैकेजिंग का कार्य भी युद्ध स्तर पर प्रराम्भ हो चुका है, ताकि बाजारों में सप्लाय की कोई कमी न रह जाये, ऐसे में आम जन की रसोई तक पहुँचने वाले स्थानीय कारोबारी फर्म से तैयार खाद्य पदार्थ कितने सुरक्षित है, इसकी कोई ग्यारंटी नही है, क्योंकि मिलावट के माफियाओं की हिमाकत यहाँ, सिस्टम की सख्ती से कही ज्यादा है, जो सारे अभियान, फरमान,आदेश और निर्देश ताक में रखते है...मसलन रोजमर्रा के जीवन मे उपयोगी हर उस खाद्य पदार्थ को बेखोफी के साथ मिलावटी जहर के रूप में बाजारों के माध्यम से आमजन की रसोई तक पहुँचाया जाता है, जिसमें काले कारोबारियों की काली कमाई का बड़ा मुनाफा छुपा होता है, और इसके लिए, मिलावट के माफिया किसी भी हद तक जाने को तैयार है, फिर चाहे सिस्टम को गुमराह करना पड़े या लोगों के स्वास्थ्य को दांव पर लगाना पड़े, मिलावट के खिलाफ इस जंग में जीत क्या मिलावट के माफियाओं की होगी...?
बात करें शहर में फैले तेल कारोबार के मिलावटी नेक्सेस की तो यहाँ इसके खिलाफ कोई प्रभावी कार्यवाही को मूर्त रूप देने में स्थानीय प्रशासन की अब तक नाकामी ही सामने आई है, जहाँ एक निश्चित समय तक जिम्मदारो की सक्रियता तो नजर आई, लेकिन तेल कारोबार में मिलावट का जहर घुलने से रोका नही जा सका, अभियान के दौरान की कार्यवाहियां और मिलावट खोरों के खिलाफ बनाए गए, प्रकरण के बाद किसी ने ठिकाने बदले तो किसी ने फर्म का नाम बदलते हुए, नवीन लाईसेंस खाद्य विभाग से जारी करवा लिये...
लेकिन इस बीच मिलावटखोरी का जहरीला कारोबार नही थम सका, जिसका एक बड़ा उदाहरण गोयल सेल्स कारपोरेशन है, जिसके संचालक कुंडला वाले गोयल बन्धु ओं की बेखोफी आज भी कायम है, पिता-पुत्र की यह जोड़ी खाद्य तेल में मिलावट की परम्परा को आज भी निभा रही है, जहाँ मूंगफली तेल को जहरीले एसेंस की मदद से तैयार किया जा रहा है, तो वहीं सोयाबीन तेल में घटिया पॉम की मिलावट गोयल के ठिकानें से की जा रही है...गौरतलब है, की बाप- बेटों की यह जोड़ी विगत कई दशकों से जिले सहित अंचल भर और राजस्थान में मिलावट तेल कारोबार को अब तक अंजाम तक पहुँचाती रही है...जहाँ काका जी के काले कारनामों का पर्दाफाश प्रशासन द्वारा छापामार कार्यवाही के दौरान हुआ...और भारी अनियमितताओं के साथ ही स्किम no 9 स्थित गोदाम से मिलावट खोरी का बड़ा जखीरा कार्यवाही के दौरान सामने आया...
लेकिन तेल कारोबार में मिलावट खोरी से होने वाली भारी मुनाफा खोरी की लालसा ने काकाजी और उनके बेटे का पीछा नही छोड़ा, अलबत्ता तेल माफिया गोयल बंधुओ ने मिलावट का अपना नया ठिकाना, बनाया जहाँ अनियमितताओं सहित मिलावट की वहीं पुरानी परंपरा आज भी जारी है...!

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