सीसीटीवी फुटेज के आधार पर होगा शोभित के कारनामों का पर्दाफाश...... 12 क्विंटल अवैध धुलापाली का 12 लाख में हुआ तोड़बट्टा......? जांच एजेंन्सी की संलिप्तता को लेकर संशय अब भी बरकरार...... पुलिस के आला अधिकरियों के हस्तक्षेप के बाद हो सकता है बड़ा खुलासा........
नीमच//शनिवार को नीमच कृषि उपज में एक गोदाम पर जांच एजेंसी के अधिकारियों की दबिश और मौके पर मिला अवैध मादक पदार्थ धुलापाली का जखीरा, कारोबारी जगत से लेकर स्थानीय पुलिस के बीच खासी चर्चा का विषय बना हुआ है, कार्यवाही शनिवार रात 9 बजे के लगभग की बताई जा रही है, जिसे मध्यप्रदेश शासन के अधीनस्थ किसी जांच एजेंसी द्वारा अंजाम दिया गया, अब ये दबिश स्थानीय पुलिस की और से दी गयी या नारकोटिक्स विंग की तरफ से यह फिलहाल स्पष्ट नही हो पाया है, लेकिन इस घटनाक्रम के दौरान मौके पर जो कुछ भी कारित हुआ, वह विगत कुछ दिनों से खासी सुर्खियां बटोर रहा है...!
बताया जा रहा है की, मौके पर करीब 12 क्विंटल अवैध मादक पदार्थ धुलापली जब्त किया गया, जो की तस्कर बाबू के खास करीबी शोभित पुरोहित का था, जिसे उसने मंडी स्थित गोदाम पर छिपा रखा था, सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक शोभित पुरोहित के गोदाम पर पाए गए, अवैध मादक पदार्थ धुलापली से भरे 27 कट्टों का तोड़बट्टा भी 12 लाख में हुआ, जिसके बाद तस्कर बाबू के खास गुर्गे शोभित को छोड़ मामले को रफा-दफा कर दिया गया...!
जानकारी के मुताबिक तस्कर बाबू उर्फ जयकुमार सबनानी के सलाखों में कैद होने के बाद उसके अवैध कामों की प्रमुख जिम्मेदारी शोभित के हाथ है, जहाँ पोस्ता कारोबारियों से धुलापाली एकत्रित करने सहित मादक पदार्थ की तस्करी में भी शोभित की संदिग्ध भूमिका बताई जा रही है...ऐसे में मादक पदार्थ धुलापाली की इस कार्यवाही को लेकर जितनी चर्चाएं सिस्टम और कारोबारियों के बीच चल रही है, उतना ही संशय मामले में अब भी बरकरार है, की आखिर कार्यवाही को अंजाम देने से लेकर तोड़बट्टा करने वाली जांच टीम से जुड़े अधिकारी किस विभाग के थे...?
इधर मंडी कारोबारियों से चर्चा के दौरान सामने आया कि शनिवार रात 9 बजे जाँच एजेंन्सी का सरकारी वाहन मंडी में प्रवेश हुआ था, लेकिन उसमें कौन से विभाग से जुड़े अधिकारी थे, यह स्पष्ट तौर पर सामने नही आया...!
मामले में जिले के पुलिस को कप्तान को संज्ञान लेते हुए, गम्भीरता दिखानी होगी, ताकि एनडीपीएस से जुड़ी इस कार्यवाही पर बना संशय स्पष्ट हो सके...वहीं पुलिस को शोभित पुरोहित के गोदाम की लोकेशन के आधार पर मंडी परिसर में स्थित कुछ प्रमुख फर्म के बाहर लगे, सीसीटीवी कैमरों को खंगालने की भी आवश्यकता है...ताकि मामले का पटाक्षेप होने के साथ ही शोभित पुरोहित के कारनामों से भी पर्दा उठ सके...!