सट्टा माफियाओं के घरों से ऑपरेट हो रहा, काले कारोबार का नेटवर्क..... कानून व्यवस्था को खुली चुनोती, युवा पीढ़ी का उजड़ रहा "भविष्य"...... नेक्सेस के खिलाफ सख्त कार्यवाही में पुलिस का सूचना तंत्र भी नाकाम....... गली मोहल्लों से लेकर लग्जरी कारों और महंगी होटलों में बने ठिकानें......
नीमच//आईपीएल के महाकुंभ के बाद अब टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हो चुकी है, और इसके साथ ही, क्रिकेट प्रेमियों के चेहरे से उतरा रंग भी दोबारा चढ़ने लगा है, उत्साह जोश और रोमांच से ओतप्रोत क्रिकेट के महा आयोजन हर किसी के लिए दिलचस्प और उत्साह से भरा होता है, लेकिन इस खेल में बात की जाए इसके खास प्रशंसको की तो वो है, क्रिकेट के महाआयोजनों में भारी भरकम दांव लगाने वाले क्रिकेट सट्टे से जुड़े सट्टा माफियाओं की, जो इस जुनून भरे इस खेल में उतने ही जुनून के साथ अपनी भूमिका एक अनैतिक और अवैधानिक कृत्य को अंजाम देते हुए, निभाते है... जहाँ कोई बर्बादी की कगार पर आकर खड़ा होता है, तो कोई मौत को गले लगाता है, लेकिन इस बीच कानून को गच्छा देते हुए, सम्भ्रांत परिवारों के घर उजाड़कर जन्नत की सैर करता है, क्रिकेट सट्टे का माहिर सट्टा माफिया जो, देश मे डिजिटल इंडिया के नारे को बुलंद करते हुए, शहर से लेकर गांव और गांव से लेकर जंगल तक सट्टा कारोबार का अपना नेक्सेस बेखोफ संचालित कर रहा है...जिनके खिलाफ शिकंजा कसने में कानून का फंदा भी अक्सर छोटा पड़ जाता है...? ऐसे में सट्टा कारोबार के गिरोह से जुड़े मुख्य सरगनाओं के खिलाफ पुलिस की सख्त और प्रभावी कार्यवाही भी अक्सर कम ही नजर आती है...साफ है, की देश भर के हर छोटे-बड़े शहरों तक सट्टा कारोबार से जुड़े माफियाओं की जड़े कितनी मजबूत हो चुकी है, जिसके चलते इस अवैध कारोबार का मायाजाल आज गली मोहल्लों तक अपनी माया में युवा पीढ़ी को जकड़ता जा रहा है...!
वहीं बात करें राजस्थान की सीमा से सटे मालवांचल के छोटे से जिले नीमच की तो काले कारोबार की चपेट में आज यह इलाका पूरी तरह आ चुका है, जहाँ छोटी उम्र का किशोर भी अपने शोक पूरे करने के लिए, सट्टा माफियाओं के नेक्सेस का हिस्सा बना हुआ है, और घर से लेकर गली और शहर के अलग-अलग ठिकानों से अड्डे जमाकर क्रिकेट सट्टे के दांव खेल रहा है...और कारोबार से जुड़ा माफिया अपनी लग्जरी कारों में बैठकर इस पूरे नेटवर्क को ऑपरेट करता है,,,जहाँ दांव लगाने से लेकर सट्टे की काली कमाई का हवाला उतारने तक का एक निश्चित ठिकाना तय किया जाता है...यूं तो शहर का कोई भी इलाका सट्टा माफियाओं के इस काले कारोबार की गतिविधि से अछूता नही है, लेकिन बात की जाए शहर के उपनगर बघाना क्षेत्र की तो यहाँ पिंकू और महावीर जैसे सट्टा माफिया अपने घरों से सट्टा कारोबार का नेटवर्क बेखोफी के साथ संचालित कर रहे है, जहाँ कार्यवाही के लिहाज से स्थानीय पुलिस का सूचना तंत्र भी विफल साबित हो रहा है...नीमच में सट्टा कारोबार से जुड़े दोनों ही चर्चित नाम आज कानून व्यवस्था को खुली चुनोती देते हुए, शहर में युवा पीढ़ी के बीच सट्टा कारोबार की जड़ो को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रहे है,,,जानकारी के मुताबिक सट्टा माफिया महावीर और पिंकू अपने घरों से इस अवैध कारोबार के नेटवर्क को ऑपरेट कर रहे है,,,जो आईपीएल से लेकर टी-20 की शुरुआत तक लगातार पनप रहा है, जहाँ आवश्यकता है, स्थानीय पुलिस को निगाहे बान करते हुए सख्त कदम उठाने की...!