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चर्चाओं में जीरन क्षेत्र का विवाह समारोह, पुलिसकर्मियों ने लगाए ठुमके...... कुख्‍यात तस्‍कर कमल राणा के खास सहयोगी के घर में थी शादी...... तस्करों पर पुलिस की मेहरबानी का चोंकाने वाला मामला आया सामने...... अवैध कमाई का लक्ष्य साधने के लिए तस्करों को साध रहा "दक्ष राज".......

नीमच///तस्करों के साथ मेलजोल और निर्दोषों को वसूली की नीयत से फर्जी कार्यवाहीयों में फांसने की एक परिपाटी सी नीमच जिले में बन चुकी है, जिसका एक बड़ा उदाहरण हाल ही में सामने आया और दो वर्ष पूर्व कारित एनडीपीएस के फर्जी प्रकरण में शामिल दोषी पुलिस कर्मोयो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए, विभाग ने एक सब इंस्पेक्टर सहित चार आरक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया, इस मामले में पुलिस की छवि को धूमिल करने वाले ऐसे भृष्ट चेहरों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही को जितनी प्रशन्सा और सराहना मिल रही है,
उतने ही सवाल अब पुलिस और तस्करों के बीच पनप रहे मधुर सबंधो को लेकर भी उठ रहे है,जहाँ अफीम-डोडाचूरा की तस्करी से जुड़े माफियाओं के साथ बन्दीबाज भृष्ट पुलिस कर्मियों का गहरा दोस्ताना विभागीय छवि को एक बार धूमिल करने पर आमदा हो चुका है...आलम यह है, की मादक माफियाओं की चाकरी करने वाले कुछ पुलिस कर्मी खुलेआम तस्करों के साथ वैवाहिक आयोजनों में झूमते नजर आ रहे है, मामला जिले के चर्चित जीरन थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जो तस्करी के लिहाज से कुख्यात तस्कर राणा का एक सुरक्षित इलाका भी माना जाता है, बताया जा रहा है, की हाल ही में थाना क्षेत्र के एक गांव में तस्कर राणा गिरोह के एक सदस्य के घर आयोजित वैवाहिक आयोजन के दौरान यहाँ जीरन पुलिस के जवानों ने जमकर ठुमके लगाए, और तस्कर के घर आयोजित समारोह में चार चांद लगा दिए...?
समारोह में शामिल पुलिस कर्मियों में "दक्ष राज" की भूमिका यहाँ तस्कर के सबसे खास मेहमान के रूप में थी, जो मादक माफियाओं का खास सारथी भी माना जाता है, और मादक पदार्थो से भरे वाहनों को इधर से उधर करने में अहम किरदार अब तक निभाता रहा है, शादी समारोह में शामिल होकर ठूमके लगाने का यह मामला कुचड़ौद के समीप छाछखेड़ी का हैं, जहाँ नारायणगढ़वासी जीरन थाने में पदस्‍थ प्रधान आरक्षक सहित एक अन्य पुलिसकर्मी "पाटीदार" की भूमिका भी मामले में संदिग्‍ध बताई जा रही हैं। यही दोनों पुलिसकर्मी राणा के सहयोगी के यहाँ शादी समारोह में ठूमके लगाते देखे गए हैं।
अब ऐसे में थाने के सायबर एक्सपर्ट टीआई साहब से तो मामले में कार्यवाही की उम्मीद की ही जा सकती है...जिनके थाने में पदस्थ आरक्षकों की कारगुजारियां तस्करों के बीच सामने आ रही है, वहीं यहाँ विभाग को भी संज्ञान लेते हुए, खांकि को दागदार करने वाले ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपनी सख्ती को अनवरत जारी रखना होगा, जो मादक माफियाओं के गिरोह की एक अहम कड़ी होकर, तस्करी के अवैध कारोबार में उनके हमजोली बने हुए है...!

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