पंकज-बाबू के साथ दवा कारोबारी का हाई वॉल्टेज कनेक्शन.....? तस्करी की काली कमाई जमीनों के कारोबार में खपाने वाला अहम "किरदार"...... मादक माफिया के साथ अब दवा कारोबारी बना जांच एजेंसियो के लिए सिरदर्द..... तस्करों के सिंडिकेट और उनसे जुड़ी अवैध गतिविधियों की अहम कड़ी हो सकता है, धीरेंद्र.....?
नीमच// जिले में मादक पदार्थो का अवैध कारोबार और इसके पीछे केंद्रीय नार्कोटिक्स ब्यूरो की कार्यवाही में सामने आये तस्करी से जुड़े कुख्यात चेहरों पंकज-बाबू की काली हकीकत से पर्दा उठने के साथ ही, अब नशे के कारोबार का हर एक राज बे-पर्दा होने लगा है, जहाँ कभी मंडी कारोबारी के किरदार में बाबू तस्कर सामने आया तो कभी खांकि वर्दी की आड़ में तस्कर गतिविधियों में संलिप्त पंकज कुमावत के कारनामों का पर्दाफाश हुआ...लेकिन इसके साथ ही तस्करी की दुनिया से जुड़ी कुछ ऐसी परते भी अब उधड़ने लगी है, जिन पर यकीन करना मुश्किल जरूर हो सकता है, लेकिन नशे के कारोबार में सामने आ रही चोंकाने वाली हकीकत को आखिर झुठलाया भी नही जा सकता, मामला जिले की मनासा तहसील में एक मेडिकल स्टोर संचालित करने वाले तस्करी की दुनिया के एक अदने से किरदार धीरेंद्र व्यास से जुड़ा है, कहने को यहाँ मेडिकल संचालक एक अदना सा किरदार जरूर है, लेकिन तस्करी के कुख्यात चेहरों से इसका कनेक्शन जमीनों की खरीद फरोख्त को लेकर सामने आया है, जिसे धीरेंद्र व्यास ने पंकज-बाबू के साथ मिलकर अंजाम दिया, वहीं ताजा घटनाक्रम के मुताबिक 40 करोड़ रुपये के एक भारी-भरकम सौदे की सुर्खियों ने पंकज-बाबू और धीरेंद्र का हाई वोल्टेज कनेक्शन भी स्पष्ट कर दिया है, जो लंबे समय से बरकरार था, और तस्करी की काली कमाई को ठिकानें लगाने से लेकर मादक पदार्थो के अवैध कारोबार तक मजबूती के साथ जुड़ा हुआ था...मादक माफिया के साथ मेडिकल माफिया धीरेंद्र व्यास की भूमिका तस्करी का काला धन सफेद करने में सन्दिग्ध तौर पर सामने आने की चर्चाएं खुले तौर पर सामने आ रही है,
बताया जाता है, की दवा कारोबार के पीछे धीरेन्द व्यास ने पंकज-बाबू की काली कमाई को पिछले पांच सालों में जमीनों के कारोबार में तेजी से ठिकाने लगाने का काम बड़े अदब से किया, जिसकी सुगबुगाहट आज सुनाई देने लगी है, और दवा कारोबारी धीरेंद्र व्यास को लेकर बन रही सुर्खियां कई आशंकाओं को जन्म दे रही है, जहाँ तस्करों के सिंडिकेट और उनसे जुड़ी अवैध गतिविधियों के अहम सुराग धीरेंद्र व्यास के जरिये सामने आ सकते है...?
बहरहाल तस्करी और इससे जुड़े कुख्यात मादक माफियाओं के साथ एक मेडिकल स्टोर संचालक का हाई वॉल्टेज कनेक्शन जांच एजेंसियों के लिए एक गम्भीरता भरा विषय है, जिस पर संज्ञान लेने की आवश्यकता बनती नजर आ रही है...!