शोक मिजाजी को पूरा करने के लिए सट्टा कारोबार में उतरें सभ्य समाज के युवा.... आईपीएल के दूसरे संस्करण में सट्टा माफियाओं की बड़ी धमाल....... एमडीएमए ड्रग का नशा और अनैतिक गतिविधियों को दिया जा रहा अंजाम...... शहर में फैले सट्टा कारोबार के मायाजाल से बे-खबर पुलिस महकमा......
नीमच //में सट्टा कारोबार का नशा कुछ इस कदर धूम मचा रहा है, की अब इस अवैध धंधे में छोटी उम्र के युवाओं ने भी बेखोफी के साथ अपने कदम रख दिये है, महंगी गाड़ियों में घूमने का शोक, बड़ी होटलों में अय्याशी और पार्टियों में शराब खोरी की शोक मिजाजी पूरी करने के लिए, शॉर्टकट का इख्तियार शहर के युवा कर चुके है, और इस शॉर्टकट के बीच जो गुनाह शहर के गलियों से लेकर पॉश इलाकों में पनप रहा है, उससे शायद पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां अंजान है, जो किसी भी परिस्थिति में सट्टा कारोबार के इस नेक्सेस के खिलाफ सख्त कदम उठाने में अब तक विफल रही है, क्रिकेट सट्टे का यह नशा नामी सट्टा माफियाओं से लेकर छोटी उम्र के शातिर नादानों के बीच सिर चढ़कर बोल रहा है, देश के बड़े शहरों में बैठे कुख्यात सट्टा कारोबारियों के हाथों संचालित सट्टा कारोबार का यह नेटवर्क अब सभ्य समाज से जुड़े सभ्रांत परिवारों तक भी पहुँच चुका है, जहाँ कच्ची उम्र के नादान भी जन्नत की सैर करना चाहता है, और इसके लिए, वह सट्टा कारोबार के दलदल में धंसने को भी तैयार है...!
हाल ही क्रिकेट सट्टे से जुड़े शहर में दो ऐसे युवा सटोरियों की चर्चाएं आम हो चुकी है, जिन्होंने आईपीएल के दूसरे चरण में लंबी छलांग लगाते हुए, लाखो के दाव खेले और उसमें सफल होकर काली कमाई के कुबेर बन बैठे, खबरों के मुताबिक कच्ची उम्र के यह दोनों ही सटोरिये शहर के संभ्रांत परिवारों से ताल्लुख रखते है, जिसमें से एक तो शांति प्रिय कोम बोहरा समाज से जुड़ा है, तो वहीं दूसरा राजनीति से जुड़े जनता के जनप्रतिनिधि का काबिल बेटा है...? दोनों की पार्टनरशिप इन दिनों सट्टा कारोबार में बड़ी धमाल मची रही है, और साथ ही काली कमाई की चकाचोंध में यह नादान सटोरिये अपनी मर्यादाओं की सीमा भी पार करते हुए, अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त हो चुके है, जहाँ मौज मस्ती की शोकमिजाजी, अय्याशी और नशाखोरी तक पहुँच चुकी है...चोंकाने वाली बात तो यह है, की नामी सट्टा माफियाओं के शिकंजे में आने वाले छोटी उम्र के सटोरिये एमडीएमए जैसे खतरनाक ड्रग के नशे में भी मदहोश हो रहे है...!
ऐसे में पुलिस को यहाँ शहर में फैला क्रिकेट सट्टे का मायाजाल और सट्टा कारोबारियों की खाक छानने की भी आवश्यकता है, जहाँ हर उम्र का सट्टा माफिया सक्रियता और बेखोफी के साथ अपने काम को अंजाम तक पहुँचा रहा है, और साथ ही अपनी काली कमाई को खपाने के लिए अय्याशी और एमडीएमए जैसे ड्रग के नशे में खुद को जकड़ रहा है...!