नीमच की छात्रा फसी यूक्रेन में,पोलेंड बार्डर पर कागजी कार्यवाही में लग रही लंबी लाइन,अपने वतन लौटने किया जा रहा प्रयास......
नीमच। रूसी सेना के हमले के बाद अब यूक्रेन की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राएं भयभीत होने के साथ ही अनेक परेशानियों का सामना भी कर रहे हैं और अपने वतन लौटने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है नीमच की एक छात्रा भी यूक्रेन में फंसी हुई है ओर हिंदुस्तान आने के लिए प्रयास कर रही हैं यूक्रेन में फंसी बालिका लुभान्शी की माता भानुमति अंब ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी बालिका लुभान्शी वर्ष 2019 से यूक्रेन में लनमु यूनिवर्सिटी में अध्ययन रत है और सेकेंडियर कि छात्रा है,बालिका से शनिवार को श्याम 6 बजे बात हुई थी तब वह अपने साथी भारतीय विद्यार्थियों के साथ युगांडा की बॉर्डर तक पहुंच गई थी वही रात 12 बजे लास्ट टाइम बात हुई तब बालिका ने बताया कि वह लोग पोलेंड की बार्डर पर कागजी कार्यवाही के लिए लाइन में खड़े है,माता भानु मति अम्ब ने बताया कि बालिका कभी पैदल नही चली परंतु इस युद्ध के कारण बच्चो को 25 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है मार्ग में कही भी खाने पीने की कोई व्यवस्था नही है और उस क्षेत्र में ठंड भी काफी है।जब बालिका ने कहा कि हमे 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा तो मैने उसे ढांढस बंधाते हुवे कहा कि भादवा माता का जयकारा लगाते हुए चलना शुरू करो माता रानी शक्ति प्रदान करेंगे।माता भानुमति अम्ब ने बताया कि वे खुद पंजाब नेशनल बैंक में केशियर के पद पर है उनके एक बालक जिसका नाम नवनीत अम्ब ओर बालिका लुभाशी अम्ब जो यूक्रेन में फसी है। माता द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि भारत सरकार जल्द ही उनकी पुत्री को यूक्रेन से भारत लाने में सफल होगी।