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स्वास्थ के साथ खिलवाड़ और मरीजों को लूटने की हो रही सौदेबाजी..... बंगाली जादूगर मालिक ने की दलालों के मार्फत बड़ी डीलिंग.....? मामला-रामपुरा के बैंसला में झोलाछाप मलिक के खिलाफ स्वास्थ विभाग की कार्यवाही का...... कार्यवाही से बचने स्वास्थ मंत्रालय के दर तक पहुँचा बंगाली जादूगर मालिक......

नीमच//जिले के रामपुरा इलाक़े में विगत कई वर्षो से पाईल्स जैसी जटिल बीमारी के इलाज का दावा कर मरीजों को लूटने वाले फर्जी डॉक्टर मलिक के खिलाफ पिछले दिनों हुई स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कर्यवाही के बाद अब मामले में फर्जी डॉक्टर बंगाली ने अपना जादू दिखाना शुरू कर दिया है, और अपने अवैध साम्राज्य को बचाने के लिए जोड़-तोड़ में जुट गया है, बताया जा रहा है, की झोलाछाप मलिक के फर्जी अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ विभाग की सख्त कार्यवाही के बाद अब बंगाली जादूगर स्थानीय राजनीति से जुड़े लोगों की शरण मे पहुँचा है, खबर है की मामले में सेटलमेंट की भारी भरकम पेशकश बंगाली जादूगर मलिक ने विभाग से जुड़े शीर्ष अधिकारियों के सामने अपने आकाओं के मार्फ़त रखी है, वहीं जानकारी के मुताबिक राजधानी स्थित स्वास्थ विभाग के मुख्यालय तक भी बंगाली जादूगर मत्था टेकने पहुँचा है, जहाँ अपने अवैध साम्राज्य को बचाने के हर संभव प्रयास फर्जी झोलाछाप मलिक द्वारा किए जा रहे है,
इधर मनासा और रामपुरा क्षेत्र में राजनीति व समाज से जुड़े बुद्धिजीवी लोगों ने फर्जी मलिक के खिलाफ कार्यवाही को सही ठहराते हुए, मामले में कड़ी कार्यवाही की बात पर जोर दिया है...वहीं दशकों से फर्जी अस्पताल संचालित कर पाईल्स के इलाज के नाम पर मरीजों के स्वास्थ से खिलवाड़ और उन्हें लूटने वाले झोलाछाप मलिक के खिलाफ कार्यवाही के बाद मामले में फर्जी चिकित्सक मालिक का समर्थन करने वालों के खिलाफ अपनी नाराजगी भी जाहिर की है, सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ विभाग द्वारा सील किये गए बंगाली जादूगर मलिक के अवैध अस्पताल और झोलाछाप को कार्यवाही से बचाने की डीलिंग दलालों के माध्यम से की जा रही है, और खबरों के मुताबिक जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ कर उन्हें लूटने वाले फर्जी मलिक को बचाने की यह सौदेबाजी दलालों द्वारा करीब एक करोड़ में तय करने की बात भी सामने आई है,
गौरतलब है, की बीते दिनों स्वास्थ्य अमले द्वारा झोलाछाप बंगाली के बैंसला स्थित फर्जी अस्पताल पर छापेमारी के बाद पाई गयी अनियमितता व नियम विरुद्ध फर्जी अस्पताल के अंदर संचालित किये जा रहे, अवैध मेडिकल स्टोर के खिलाफ कार्यवाही करते हुए, विभाग के अधिकारियों ने मालिक के अवैध ठिकाने को सील किया था, जिसके बाद फर्जी डॉक्टर के काले कारनामो का भी पर्दाफाश हुआ, और दशकों से चिकित्सा के नाम पर संचालित हो रहे, झोलाछाप के अवैध ठिकानें से भी पर्दा उठा, जिसके बाद झोलाछाप मलिक अब सरकारी कार्यवाही ने बचने की जुगाड़ में जुट हुआ है...और दलालों के साथ सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है...!

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