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दो राज्यों में खांकि के लिए चुनोती बनी चाचा-भतीजे की जोड़ी...... नीमच के सट्टा कारोबारियों का महफूज ठिकाना बना राजस्थान का उदयपुर...... काली कमाई की चका-चोंध में अवैध कारोबार का पर्याय बन चुकी सुशील- मोहित की जोड़ी.......

नीमच//आईपीएल के रोमांच के साथ ही सट्टा बाजार में सटोरियों का उत्साह भी चरम पर है, जो क्रिकेट के इस महा आयोजन के हर निर्धारित मैच की फील्डिंग अपने निश्चित ठिकानें से कर रहा है, और काली कमाई के बड़े दांव बेखोफी के साथ खेल रहा है, जहाँ सट्टा माफियाओं के कारनामों के आगे कानून व्यवस्था भी बोनी साबित हो चुकी है, आईपीएल की रंगत से कही ज्यादा देश मे सट्टा माफियाओं की रंगीन रातों का दौर इस समय चल रहा है, जो देश भर के अलग-अलग सुरक्षित ठिकानों से अपने धंधे को अंजाम देकर जन्नत की सैर करना चाहता है, और इस बीच पुलिसिया कार्यवाही का ख़ौफ सट्टा कारोबारियों के बीच कितना है, इस बात का अंदाजा तो इसी बात से लगाया जा सकता है, की छोटी उम्र के युवा से लेकर सम्भ्रांत परिवार से जुड़े लोग काली कमाई की इस कोठरी में अपने हाथ काले करने से नही चूक रहे...चोंकाने वाली बात तो यह है, सट्टा बाजार में सटोरियों की जोड़ी "पिता-पुत्र" से लेकर "चाचा-भतीजे" के रूप में भी देखने को मिल रही है...जो पुलिस के साथ आंख मिचौली खेलते हुए, सट्टा बाजार में अपनी जड़ो को मजबूत कर रहे है,
आईपीएल के दौरान नीमच के एक ऐसे ही चाचा-भतीजे की जोड़ी चर्चाओं में आई है, जो सटोरियों के महफूज ठिकानें राजस्थान के उदयपुर में बैठकर बड़े दांव खेल रहे है,
नीमच के सम्भ्रांत परिवार से जुड़ी चाचा- भतीजे की यह जोड़ी है, जो कानून व्यवस्था को खुली चुनोती देते हुए,अपने अवैध कारोबार को अंजाम देने पर आमदा है, बताया जाता है, की सुशील-मोहित के नाम से सट्टा बाजार में चर्चित यह जोड़ी कभी पान पर चुना लगाने के लिए जानी जाती थी, लेकिन काली कमाई की चका-चोंध में चाचा भतीजे की यह जोड़ी आज अवैध कारोबार का पर्याय बन चुकी है, जो जांच एजेंसियों को चुना लगाते हुए, मध्यप्रदेश और राजस्थान के इलाकों में सट्टा कारोबार का जाल फैला रही है...?

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