बघाना के मोमबत्ती और मंडी के टोपी के कारनामों को बंया करती हकीकत.... सूदखोरी के साथ ही सटोरियों के बीच आपसी लेन-देन का हो गया "चेक बाउंस"...... पड़ताल में सामने आ सकते है,अवैध कारोबार और काली कमाई से जुड़े कई राज...?
नीमच//बघाना पुलिस ने हाल ही में चेक बाउंस के एक मामले में कार्यवाही करते हुए, मंडी के चर्चित कारोबारी सुनील खूंटेटा से जुड़ा एक और कारनामा सामने आया था, बघाना के सूदखोर और सटोरिये मोमबत्ती की शिकायत पर पुलिस ने उक्त कार्यवाही को अंजाम दिया था, मामले में सामने आया की आपसी लेन-देन के बाद यह चेक बघाना के मोमबत्ती की और से लगाया गया था, जो कि बाउंस हुआ, और इसके बाद यह कानूनी कार्यवाही सामने आई...लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के पीछे काली कमाई से जुड़ी एक हकीकत पर पर्दा आज भी गिरा है, जिसमें एक सूदखोर और सटोरिये ने दूसरे दो नम्बरी कारोबारी के साथ भारी भरकम लेन देन किया, जानकारों की माने तो बघाना के इस मोमबत्ती और टोपी के बीच सट्टा कारोबार को लेकर यह लेन-देन हुआ था, जिसकी भरपाई नही होने पर मसला चेक-बाउंस तक पहुँच गया, और दो सटोरियों के बीच शुरू हुई, काली कमाई की यह कहानी कानून के रास्ते सभी के सामने आई...बतादें की चेक बाउंस मामले से जुड़े फरियादी अंकुर गोयल उर्फ मोमबत्ती और मंडी के टोपी के कारनामें किसी से छिपे नही है, दोनों सट्टा कारोबार के महारथी माने जाते है, वहीं मोमबत्ती को लेकर सूदखोरी की चर्चाएं भी सामने आती रही है, ऐसे में मामले की तह तक जाने पर काले कारोबार से जुड़े मोमबत्ती और टोपी की काली हकीकत से भी पर्दा उठ सकता है..जो कानून को गच्छा देकर अवैध सट्टा कारोबार को अंजाम देने के साथ ही सूदखोरी जैसे संगीन अपराध को भी जन्म दे रहे है...
वहीं बघाना के मोमबत्ती और मंडी के टोपी के बीच हुए इस बड़े लेन-देन में काली कमाई की परतें भी साफ तौर पर खुलती हुई नजर आ रही है, हाल ही में कर्ज के लेन- देन को लेकर यह बात सामने आई थी, जिसमे कर्ज देने वाले व्यक्ति को दिए गए रुपए के स्रोतों के बारे में सम्पूर्ण ब्यौरा उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा, ताकि यह भी सपष्ट हो सके कि, लाखों रुपये के लेन- देन के पीछे कमाई का वास्तविक स्त्रोत क्या है, और कुछ ऐसी ही हकीकत पर पर्दा अब भी मोमबत्ती और टोपी से जुड़े मामले में गिरा हुआ है, जिसकी पड़ताल में अवैध कारोबार और काली कमाई से जुड़े कई राज का पर्दाफाश हो सकता है...?