सट्टा माफियाओं ने दी जिले की कानून व्यवस्था को खुली चुनोती....पुलिस कार्रवाई के बाद भूमिगत हुए, सटोरियों को मिला "लालू" का संरक्षण...सट्टा कारोबार में "लालू" की सल्तनत के खिलाफ...क्या एसपी दिखाएंगे सख्ती...?
नीमच//सटोरियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन की लगातार कार्यवाहियों के बावजूद माफियाओं के हौंसले बुलंद है, जो कानून को खुली चुनोती देकर इस गोरखधंधे का जाल क्षेत्र में फैला चुके है, बताया जा रहा है, की बोरदिया में एसपी वर्मा के एक्शन के बाद भूमिगत हुए, सटोरियों को अब "लालू" का संरक्षण मिला है, जो पुलिस को गच्छा देकर अपनी अवैध गतिविधियों का संचालन खांकि की नाक के नीचे कर रहा है..."लालू" की सरपरस्ती में सटोरियों की एक बड़ी फौज तय ठिकानें पर काले कारोबार में बड़े दांव खेल रही है, और सट्टा कारोबार की इस सल्तनत का सरदार "लालू" जिले की कानून व्यवस्था को खुली चुनोती दे रहा है...! जिला मुख्यालय से महज दस किलोमीटर के दायरे में स्थित ग्रामीण इलाके आज सट्टा कारोबारियों की चपेट में आ चुके है, जहाँ बड़े पैमाने पर सटोरियों का जमावड़ा, काले कारोबार की हकीकत को साफ तौर पर बंया कर रहा है...सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कुछ ग्रामीण क्षेत्रों के यह हालात है, जहाँ कारोबार से जुड़े माफियाओं के खिलाफ जिम्मेदारों ने भी आंखे मूंद ली है, गौर करने वाली बात तो यह है, की सांठगांठ की बुनियाद पर संचालित किए जा रहे, सट्टा कारोबार के इन अवैध अड्डो को अलग-अलग नाम दिए गए है, और इन्ही कोड-वर्ड के आधार पर ही काले कारोबार से जुड़ी बातचीत इससे जुड़े संदिग्धों के बीच होती है, फिर चाहे वो सट्टा कारोबार से जुड़ा माफिया हो, या फिर खांकि का कोई नुमाइंदा...पूरी व्यवस्था के साथ कानून व्यवस्था को पंगु साबित करने में यहाँ कोई कसर नही छोड़ी जा रही है, लिहाजा अवैध कारोबार के खिलाफ जिले के पुलिस कप्तान की सख्ती और गम्भीरता का उदाहरण तो पिछले दिनों बोरदिया में की गई कार्यवाही में सामने आया...
लेकिन एसपी के इस एक्शन के कुछ दिनों बाद ही माफियाओं के हौंसलो ने उड़ान भरना फिर से शुरू कर दिया और लालू जैसे दलाल रूपी खाईवालों की क्षय पर सट्टे के इस अवैध कारोबार के नए ठिकानें स्थापित हो गए...जहाँ 400 से 500₹ प्रति घंटे के मान से सटोरियों को खुला संरक्षण इसके सरगनाओं द्वारा दिया जा रहा है,,,बात करें थाना क्षेत्र में संचालित सट्टा कारोबार के प्रमुख अड्डों की तो स्थानीय रावण रुंडी (लंका) क्षेत्र इन दिनों अवैध सट्टा कारोबार का "हब" बन चुका है, जहाँ सट्टे से जुड़ी अवैध गतिविधियों का संचालन बड़ी आसानी से अपने अंजाम तक पहुँच रहा है...जहाँ लालू जैसे सट्टा माफियाओं के संरक्षण में हर रोज सटोरियों का मेला तय ठिकानें पर सज रहा है,
बहरहाल सट्टा कारोबार की हकीकत और स्थानीय थाना क्षेत्र पुलिस की यहाँ भूमिका स्पष्ट रूप से संदेहपूर्ण है, जहाँ आवश्यकता है, सिंडिकेट से जुड़े इस पुल को ध्वस्त करने की और माफियाओं के खिलाफ गम्भीरता के साथ कड़े कदम उठाने की...!