जमीन विवाद ने बदली दिशा तो मामले ने पकड़ा तूल और दोस्ती में पड़ी दरार.....गंभीर आरोपों पर यादव बंधुओ का पलटवार, कहा सभी आरोप निराधार....समाजिक प्रतिष्ठा धूमिल करने, की जा रही साजिश -वीरू यादव....
नीमच//जिले में जमीन विवाद से जुड़ा एक मसला दो कारोबारी मित्रों के बीच आरोप- प्रत्यारोप और सामाजिक प्रतिष्ठा तक धूमिल करने का रूप ले चुका है, मामला जमीन की खरीद-फरोख्त से जुड़ा है, और इसे तूल देने की नीयत से घटनाक्रम की दशा और दिशा बदलने की कोशिश की जा रही है, जहाँ दोस्ती में दरार पड़ने के साथ ही मामले ने एक गंभीर रूप लेते हुए आरोप -प्रत्यारोपों की झड़ी सी लगा दी है...और इसमें सच्चाई का पलड़ा कितना भारी है, इसकी हकीकत भी no1newsindia इंडिया के सामने आई है...जिसने न सिर्फ मित्रता की पवित्रता पर सवाल उठाए है, बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा को दांव पर लगाते हुए दोस्ती में मर्यादाओं की सीमाएं भी लांघ दी है...!
मंगलवार को शहर के होटल राज पैलेस में एडवोकेट दर्शन द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अपने मित्र और यादव गोल्डन ट्रांसपोर्ट के संचालक वीरू यादव और जीतू यादव के खिलाफ गंभीर आरोपों का यह पिटारा मीडिया के समक्ष खोला गया, जहाँ नियम विरुद्ध संचालित किए जा रहे पेट्रोल पंप, होटल निर्माण और ट्रांसपोर्ट में संचालित की जा रही तकरीबन 129 गाड़ियों की एंट्री को लेकर सवाल उठाए गए...इसके साथ ही यादव बंधुओ द्वारा असहायों पर रंगदारी दिखाने, जमीनों को हथियाने, बेजा कब्जा जमाने, जैसे संगीन आरोपों सहित प्रेस वार्ता के दौरान प्रदर्शित एक फ्लेक्स में यादव बंधुओ को उनके फोटो के साथ आरोपी भी सिद्ध कर दिया गया...?
वहीं प्रेस वार्ता के दौरान एडवोकेट दर्शन शर्मा द्वारा यादव गोल्डन ट्रांसपोर्ट के संचालको के खिलाफ मढ़े गए इन तमाम गंभीर आरोपों की पड़ताल में जो कुछ भी सामने आया उसमें कई मसलों पर यादव बंधुओ ने आरोपो पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि, पेट्रोल पंप की सम्पूर्ण अनुमति जिला प्रशासन के संज्ञान में होने के साथ ही पूर्णतः वैध है, जिसे बीपीसीएल द्वारा जांच परखने के बाद ही वेरिफाई कर पेट्रोल पंप संचालन के लिए अनुमति दी जाती है...वहीं होटल निर्माण की बात पर लगे आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए, यादव बंधुओ ने बताया कि मौके कोई पर उनका इस तरह का कोई निर्माण कार्य नही है, इधर एडवोकेट दर्शन ने यादव ट्रांसपोर्ट की 129 गाड़ियों की अवैध एंट्री के सबंन्ध में की गई शिकायत पर भी संचालक वीरू यादव ने बताया कि, हम लोकल ट्रांसपोर्टर है, और ऐसे में उन्हें सबंधित विभाग से किसी भी प्रकार की सांठगाठ या लिस्टिंग उपलब्ध कराने की आवश्यकता नही है...आरोपों पर पलटवार करते हुए, उन्होंने कहा कि, जिस प्रकार जमीन विवाद को तूल देकर उन्हें आरोपित घोषित किया जा रहा है, और उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा रहा है, इसके लिए वैधानिक तौर पर कानून की शरण लेते हुए हर बिंदु पर लड़ने को तैयार है...!