झांसे बाजी के अवैध कारोबार का हुजैफा बोहरा बना सरदार....ऑनलाइन ट्रेडिंग की वैधता पर उठे सवाल, दावों की निकली हवा....."वीक आई एफ एक्स" के प्रमाणीकरण का दावा लेकिन रेटिंग में फिसड्डी...? कंपनी में फण्ड सिक्युरिटी और कितनी चलेगी इसकी भी कोई ग्यारंटी नही....
आकाश श्रीवास्तव की विशेष रिपोर्ट
नीमच//जिले की कानून व्यवस्था के सामने एक और जहाँ तस्करों और सटोरियों से जुड़ा का एक बड़ा सिंडिकेट चुनोती बनकर खड़ा है, वहीं शॉर्टकट तरीके से पैसा कमाने की इस होड़ में इन दिनों स्मार्ट फोन के जरिए ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग का चस्का लोगों को बुरी तरह लग चुका है, जहाँ मोटे फायदे के चक्कर मे बगैर सोचे समझे लोग ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग कर रहे है, जबकि निवेशकों के फण्ड की सिक्युरिटी से लेकर सबंधित ट्रेडिंग कंपनी की अंतरराष्ट्रीय बाजार में वेल्यू और उसकी उम्र की भी कोई ग्यारंटी नही है...? जिले में इन दिनों ऐसी ही एक एप्लिकेशन के जरिये लोगों को लुभावने सपने दिखाए जा रहे है, जहाँ शुरुआती दौर में मिल रहा प्रॉफिट इसमें अंधे विश्वास की बुनियाद को भले ही मजबूत कर रहा है, लेकिन वैधानिक तौर पर यह फर्जीवाड़ा कितना बड़ा है, इसका अंदाजा भी शायद निवेशकों को नही है...? एमटीएफ़ई के नाम से ऑनलाइन प्लेटफार्म पर संचालित हो रही उक्त ट्रेडिंग कंपनी इन दिनों नीमच जिले सहित आसपास के हजारों लोगों को अपनी चपेट में ले चुकी है...जहाँ कंपनी से जुड़े तथाकथित "सीईओ हुजैफा" के झांसे में आकर बे-हिसाब निवेश इस ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लोगों द्वारा किया जा रहा है...जहाँ निवेशकों के फण्ड सिक्युरिटी सबंधी दावों की भी कोई ग्यारंटी यहाँ नही दर्शाई गई है, स्वयं एमटीएफई को प्रमाणीकरण देने वाली "वीक आई एफ एक्स" की रेटिंग में भी एमटीएफई को दस में एक नंबर पर रखा गया है, इसके साथ ही कंपनी में सौ फीसदी नफा नुकसान का दावा भी स्वयं एमटीएफई नही करती...लेकिन इन सभी मापदण्डो के विपरीत जाकर कंपनी का फर्जी सीईओ हुजैफा बोहरा शहर से इसका नेटवर्क संचालित कर हजारों लोगों को ट्रेडिंग के प्लेटफार्म में शामिल कर चुका है, जिन्हें ट्रेनिंग देकर निवेश के लिए उकसाया जा रहा है...? जिसके खिलाफ विधि अनुसार कार्यवाही की आवश्यकता यहाँ जिला प्रशासन को है, ताकि जागरूकता के अभाव में अपनी मेहनत की कमाई दांव पर लगाने वाले निवेशक बर्बाद होने से बच सके....!