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2 सूत्रीय मांगों को लेकर आजाद स्कूल समन्वय एवं संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने निकाली न्याय यात्रा, सौंपा ज्ञापन....

नीमच// अपनी 2 सूत्रीय मांगों के निराकरण को लेकर प्रदेश के 52 जिलों के साथ नीमच में भी आजाद स्कूल समन्वय एवं संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ मध्य प्रदेश द्वारा सोमवार को शहर में न्याय यात्रा निकाली गई।न्याय यात्रा स्थानीय अंबेडकर सर्कल स्थित चौराहा से प्रारंभ हुई जो शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई कलेक्टर कार्यालय पहुंची जहां आजाद स्कूल समन्वय एवं संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सौंपा।जिसमें उन्होंने बताया कि प्रदेश के शासकीय स्कूलों में विगत 14 -15 वर्षों से अतिथि शिक्षक पूर्ण निष्ठा लगन व ईमानदारी के साथ अध्यापन कार्य कराते आ रहे हैं जिन्होंने लगातार शासन प्रशासन के समक्ष बेहतर से बेहतर उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम देकर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को उच्च स्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है भविष्य को सुरक्षित कराने हेतु सैकड़ों बार आवेदन व निवेदन के माध्यम से प्रदेश सरकार से पद स्थायित्व की मांग भी की गई।परंतु आज दिनांक तक प्रदेश सरकार द्वारा हमारे भविष्य को लेकर कोई भी नीति नहीं बनाई गई है कुछ समय पूर्व स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा एक पत्र मुख्यमंत्री के नाम लिखा गया था जिसमें छत्तीसगढ़ हरियाणा राजस्थान सहित अन्य राज्यों की तरह अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करने का उल्लेख भी किया गया था किंतु आज दिनांक तक उक्त पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है ज्ञापन में मांग की गई है कि अतिथि शिक्षक जिस पद पर कार्यरत हैं उसे रिक्त ना मानते हुए 12 माह का सेवाकाल पद स्थायीत्व वेतन वृद्धि दोगुना किया जाए, कार्य अनुभव के आधार पर अतिथि शिक्षकों के विभाग की पात्रता परीक्षा प्राथमिक माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पद पर आयोजित की जाए, कार्य अनुभव के आधार पर प्रतिवर्ष अनुसार 3 अंक देकर अधिभार 10 वर्षों में 30 अंक बोनस के प्रदान किए जाएं,विभागीय पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अंक 33% रखे जाएं,जैसी मांगे शामिल की गई थी साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि यदि 20 फरवरी 2023 तक स्कूल अतिथि शिक्षकों के साथ न्याय कर भविष्य सुरक्षित नहीं किया जाता है तो 21 फरवरी को सभी शिक्षक भोपाल के अंदर सरकार का विरोध प्रदर्शन करेंगे।

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