शासकिय चिकित्सको ने अपनी मांगों के निराकरण को लेकर शुरू किया चरण बद्ध आंदोलन,विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध किया काम....
नीमच //शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ की मांगो का निराकरण नही होने पर शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ ने चरण बद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है जिसमे आज पहले दिन जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर काम किया।जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डो महेन्द्र पाटिल ने बताया कि शासकीय एंव स्वशासी चिकित्सक महासंघ मध्यप्रदेश के द्वारा दिनांक 7 जनवरी 23 को प्रदेश के स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा गृह, श्रम विभाग समस्त अधिकारीयो को लिखित सुचना प्रेषित की गई परन्तु आज दिनांक तक समस्याओ का कोई निराकरण नही किया गया।उपरोक्त पत्र के अनुसार शासकीय / स्वशासीय चिकित्सक महासंघ मध्यप्रदेश के 38 जिलो मे चिकित्क सर्पक यात्रा और सभी चिकित्सको की मांगो के संबंध में दिनांक 02 फरवरी 23 को अतिरिक्त मुख्य संचिव, स्वास्थ्य एंव परीवार कल्याण विभाग एंव चिकित्सा शिक्षा विभाग के साथ बैठक हुई। इस बैठक मे अतिरिक्त मुख्य सचिव महोदय को चिकित्सक महासंघ की मांगो से अवगत करा दिया गया था एंव चिकित्सक संर्पक यात्रा और आदोलन के बारे मे भी अवगत करा दिया गया था परंतु कोई निराकरण नही होने पर शासकीय स्वशासी चिकित्सक महांसंध मध्यप्रदेश द्वरा दिनांक 15 फरवरी 23 बुधवार से प्रदेश के समस्त चिकित्सक (प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सामु०स्वा० केन्द्र, सिविल अस्पताल,जिला चिकित्सालय एंव मेडिकल कालेज के चिकित्सक) अपनी मांगो के समर्थन में काली पटट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया है वही दिनांक 16 फरवरी को दो घंटे के लिए समस्त चिकित्सकीय कार्य बंद रखे जाएंगे एंव दिनांक 17 फरवरी से पूर्ण कालिक रूप से समस्त चिकित्सकीय एंव प्रशासनिक कार्य बंद रखे जाएंगे।चिकित्सक की मुख्य मांगे प्रदेश के समस्त विभागो मे कार्यरत समस्त चिकित्सको के लिए डायनमिक एयड करियर प्रोग्रेशन (डीसीपी),आदेश जारी करे, मध्यप्रदेश में कार्यरत सभी चिकित्सकीय संवर्ग पर ओल्ड पेशन स्कीम (ओपीएस) लागु की जाए एवं प्रशासनिक अधिकारीयो की दखलअंदाजी रोकने हेतु उच्चतम पदो पर चिकित्सको की पदस्थापना के बारे में भी निर्णय लिया जाए।