पशु चारा सुखला अवैध भंडारण के खिलाफ पशुपालक हुवे लामबंद,मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन.....
नीमच//भीषण गर्मी बढ़ने के साथ ही पशु चारे के लिए पशुपालक परेशान होने लगे हैं। सोमवार दोपहर पशुपालक संघ नीमच के तत्वावधान में नीमच जिले के बड़ी संख्या में पशुपालक कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और पशु चारा सुखला भंडारण फैक्ट्रियों में भंडारण पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ लामबंद होकर नारेबाजी की साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर प्रतिनिधि नायब तहसीलदार कविता कड़ेले को सौंपा। हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन के माध्यम से पशुपालक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश के समीपवर्ती राजस्थान गुजरात और महाराष्ट्र से अन्य राज्यों के पशु भी मध्यप्रदेश में हरियाली अच्छे होने के कारण चरने आते हैं।विगत 15 से 20 वर्षों से पशुपालक पशुओं के सुखला चारा भूसे को लेकर परेशान होते रहते हैं लेकिन आज तक मध्य प्रदेश सरकार ने इस समस्या के निराकरण पर गंभीर विचार नहीं किया। पशुपालकों ने बताया कि पूर्व में मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सुखला भंडारण पर प्रतिबंध लगाया था और बिक्री मूल्य भी निर्धारित कि गई थी। लेकिन इन दिनों देखने में आ रहा है कि कुछ पशु चारा व्यापारी पशु चारे और सुखला का भंडारण कर इसकी कृतिम कमी जाहिर कर कालाबाजारी करते हैं जिससे पशु पालकों को सुखला महंगा पड़ता है और सुखला महंगा होने पर दूध के भाव भी बढ़ते हैं,इससे आम जनता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। और आम जनता को दूध महंगा मिल रहा है।प्रभावशाली फैक्ट्री मालिकों द्वारा भूसे का भंडारण विशाल स्तर पर किया जाता है। बाजार में सुखले की कमी आ जाती है और सुखले के भाव महंगे हो जा रहे हैं। पशु अकाल मौत का शिकार होने को मजबूर हो रहे हैं। पशुपालकों ने समस्या से राहत दिलाने के लिए पशु चारे के निर्यात अवैध भंडारण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है साथ ही पशुपालकों को नियंत्रण मूल्य पर एक रुपए किलो सुखला उपलब्ध कराने का शासन द्वारा निर्देश प्रदान करने की मांग की गई है तभी पशुपालकों को राहत मिल सकेगी और दूध के भाव भी नहीं बढ़ेंगे, आम जनता को राहत मिलेगी।ज्ञापन में पशु पालकों ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिन में पशुपालकों की समस्या का निराकरण जिला प्रशासन स्तर पर नहीं किया गया तो पशुपालक धरना प्रदर्शन कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर पशुपालक संघ के देवा गुर्जर, गुर्जर समाज के जिलाध्यक्ष चंपालाल गुर्जर,दूध वितरक सघ प्रहलाद गुर्जर बड़ी संख्या में गुजर समाज , पशुपालक तथा अन्य उपस्थित थे।