स्टोन पावडर, और बजरी की मिलावट से तैयार हो रही "नीमच प्रोटीन" की "डीओसी".....स्थानीय सोया तेल उद्योगों में पनप रहा मिलावट ख़ोरी का काला कारोबार....स्थानीय प्रशासन ने साधी चुप्पी, बेख़ौफ़ हुआ "डीओसी" माफिया......
नीमच//शहर के स्थानीय सोया तेल उद्योगों में तैयार होने वाले खाद्य तेल के बाद अब डीओसी में मिलावट ख़ोरी की काली करतूत सामने आई है, शहर के प्रतिष्ठित कारोबारियों के कारखानों में अवैध गतिविधियों का आलम कुछ इस कदर है, की सोयाबीन से तैयार होने वाली डीओसी में स्टोन पावडर से लेकर बजरी तक कि मिलावट बड़े पैमाने पर की जा रही है, मामला नीमच के सिंगोली रोड़ स्थित नेवड़ में संचालित सोया तेल उद्योग से जुड़ा है, जहाँ मोटे मुनाफे की लालसा में फूड इंडस्ट्री और मेडिकल सेक्टर में उपयोग की जाने वाली डीओसी में जानलेवा स्टोन पावडर और बजरी की भारी भरकम मिलावट ख़ोरी का गोरखधंधा अपने अंजाम तक पहुँच रहा है,
बताया जा रहा है, की मिलावट का यह खेल जिम्मेदारों की क्षय पर धड़ल्ले से पनप रहा है, जिसके चलते कारोबारियों के हौसले भी बुलंद है, और इन्ही बुलंद हौंसलो की बानगी यह है, की डीओसी को तैयार करने के लिए स्टोन पावडर से लेकर बजरी का इस्तेमाल सोया तेल उद्योगों में किया जा रहा है...सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक "डीओसी" का वजन बढ़ाने के लिए राजस्थान से मिलावट खोरी का यह सामान नेवड़ स्थित सोया तेल उद्योग तक पहुँच रहा है, जिसे "डीओसी" में मिलावट कर बाजारों में उतारा जा रहा है...बतादें की पशु आहार सहित अन्य उत्पादों में "डीओसी" की मांग देश और विदेशी बाजारों में है, जहाँ मोटा मुनाफा कमाने की लालसा में तेल कारोबारी "डीओसी" में घटिया पदार्थो की मिलावट खोरी को अंजाम दे रहे है...और चौकानें वाली बात तो यह है, की जिम्मेदारों के कानों तक इस काले कारोबार की आहट अब तक नही पहुँची है...?