मंशाओं पर फिरा पानी...तो निपटाने में भी कोई कसर नही छोड़ी जाएगी....फुट-फाजिते आपसी खींचतान और गुटबाजी का शहर में दिख रहा नजारा....प्रबल दावेदारों के बीच कांग्रेस की सक्रिय राजनीति और जनसेवा से किनारा करने वाले भी खोपचे से निकले बाहर.....दिखावे की सक्रियता और आकाओं के भरोसे इंका नेता हरीश दुआ की भी "टपकी लार".....
नीमच//पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नीमच दौरे से पूर्व फ्लेक्स-बैनरों से सजा शहर इस बात की गवाही दे रहा है कि कांग्रेस में एक बार विधानसभा के लिए दावेदारों की एक लंबी कतार अपने-अपने आकाओं के भरोसे टिकिट की लार टपकाए खड़ी है...मसलन चुनावों से पूर्व पार्टी में टिकिट को लेकर अपनी बात रखना और इसे अंजाम तक पहुँचाने के लिए हर प्रकार से जोर आजमाइश करना नेताओं के लिए कोई नई बात नही है,,,लेकिन ईच्छा पूर्ति का पैमाना इतना बड़ा है, की कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी और आपसी खींचतान को दर्शाता यह नजारा बता रहा है की दावेदारों की अपनी मंशाओं पर पानी फेरने वाले उम्मीदवार को निपटाने में भी कोई कसर नही छोड़ी जाएगी....यदि नीमच विधानसभा की ही बात की जाए तो यहाँ से विधानसभा के प्रबल उम्मीदवारों के बीच ऐसे नेताओं ने भी ताल ठोक दी है, जो सत्ता से दूर रहने के बाद सार्वजनिक रूप से कभी जनता के बीच देखे ही नही गए...लेकिन चुनावों की सुगबुगाहट ने उन्हें जनता की सुद-बुध याद दिला दी...सार्वजनिक और शोसल मीडिया प्लेटफार्म पर स्वयं की सक्रियता का मुखोटा अब खोपचे से बाहर निकले नेताओ ने पहन लिया है...जिसमें पहला चेहरा इंका नेता हरीश दुआ का आता है, जो नीमच नपा की सत्ता का स्वाद चखने के बाद पिछले एक दशक से सक्रिय राजनीति से दूर रहने के साथ ही जनसेवा से भी विलुप्त रहे, और चुनाव आते ही उन्हें जनता की याद आ गई...दिखावे की सक्रियता की तस्वीर फिलहाल इंका नेता यहाँ पेश करते हुए नजर आ रहे है,,,जो किसी भी लिहाज से उन्हें विधानसभा का प्रबल दावेदार नही बनाती... बहरहाल विधानसभा का चुनावी शोर मचने लगा है, और दावेदारों की फौज अपने राजनीतिक आकाओं के दम पर मुंगेरी लाल के हसीन सपने संजो रही है... जिसकी पहली सीढ़ी तो पूर्व सीएम कमलनाथ के हाथ से ही चढ़नी होगी...जिन्हें रिझाने के लिए आज शहर को कमलनाथमय कर दिया गया है...लेकिन जिले की तीनों विधानसभा में नाथ का हाथ किसके सर् होगा यह देखने वाली बात होगी...!