सोयाबीन तेल उद्योगों में मिलावट खोरी की इंतहा...कैमिकल युक्त बिजवारे की जहरीली सोयाबीन से तैयार हो रहा खाद्य तेल.....सीड्स तैयार करने वाली संस्था से सस्ते दामों पर खरीदी गई, सोयाबीन....सीड्स और सोयाबीन तेल के स्थानीय कारोबारी के बीच हुई बड़ी डीलिंग....जिम्मेदारों की उदासीनता...त्योहारों पर जहर बिकने को हो रहा तैयार......
नीमच//खाद्य तेल उद्योगों मे मिलावट खोरी की चरम सीमा इस हद तक पहुँच चुकी है, की अब जहरीली सोयाबीन के उपयोग से तेल उद्योगों में खाद्य तेल और डीओसी का उत्पादन किया जा रहा है, वैसे खाद्य पदार्थो में मिलावट खोरी का यह कोई नया या पहला मामला नही है, इसके पूर्व भी तेल सहित अन्य खाद्य उत्पादों में मिलावट का जहर प्रशासन की छापामार कार्यवाहियों के दौरान सामने आता रहा है...लिहाजा मिलावट खोरी के खिलाफ जिम्मेदार विभाग मौसमी कार्यवाहियां कर अपनी इति श्री तो कर लेता है, लेकिन खाद्य उत्पादों के नाम पर तेजी से पनपने वाले मिलावट के इस काले कारोबार पर अंकुश अब तक नही लग पाया...? और स्थानीय प्रशासन की इसी उदासीनता के चलते स्थानीय तेल उद्योगों में मिलावट खोरी से जुड़ी जो खबरे इन दिनों सामने आ रही है, वह और भी चौकाने वाली है...जानकारी के मुताबिक सोयाबीन तेल में मिलावट करने वाले माफिया अब "जहरीली सोयाबीन" से उद्योगों में तेल और डीओसी का उत्पादन कर रहे है, जी हां...ये थोड़ा हतप्रभ कर देने वाला है, लेकिन शहर के नामी गिरामी कारोबारियों की सरपरस्ती में संचालित हो रहे तेल उद्योग में केमिकल युक्त जहरीली सोयाबीन से खाद्य तेल तैयार किया जा रहा है...बताया जा रहा है की नीमच के प्रतिष्ठित कहे जाने वाले सोर्टेक्स और सीड्स उद्योग से यह सोयाबीन कम दामों पर खरीदी गई है, जो की किसानों को विक्रय नही हो सकी और बड़ी मात्रा में बीज की सोयाबीन की एक बड़ी खेप सबंधित संस्था में जमा थी, जिसे तेल उद्योग को सस्ते दामों पर बेचा गया, जहाँ इस जहरीली सोयाबीन से तेल और डीओसी तैयार की जा रही है...अब यहाँ अंदाजा लगाया जा सकता है कि खाद्य तेल में मिलावट खोरी से भी कही अधिक घिनोने कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है, जहाँ केमिकल युक्त बिजवारे की जहरीली सोयाबीन से खाद्य तेल का उत्पादन बेखोफ किया जा रहा है, और कारोबारियों के इस घिनोने कृत्य पर क्या जिला प्रशासन हरकत में आएगा...इस पर सवाल अब भी खड़ा है..जो हर बार मिलावट के इस जहरीले कारोबार के खिलाफ कार्यवाही की औपचारिकता कर अपना पल्ला झाड़ लेते है...?