जिला अस्पताल कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही,6 दिन की मासूम बालिका के पाव में निकला सुई टुकड़ा,परिजनों ने किया हंगामा,पुलिस पहुची मोके पर, मामला किया शांत.....
नीमच// नीमच जिला चिकित्सालय के कर्मचारियों व नर्सों की लापरवाही का एक बड़ा मामला मंगलवार को सामने आया है जिसमें 6 दिन की मासूम बालिका के पांव में नर्स द्वरा लगाए गए इंजेक्शन की सुई का हिस्सा छोड़ दिया गया,जिसके बाद मासूम बालिका विगत 5 दिनों से तड़पती रही,जब माता द्वरा बालिका के कपड़े बदले जा रहे थे तब वह सुई माता के हाथ मे चुभ गई,जिसे माता द्वरा निकाला गया,जिसके बाद परिजन जिला चिकित्सालय पहुचे ओर जम कर ह्मंगामा किया,हंगामे की सूचना पर अस्पताल चौकी पुलिस मौके पर पहुची ओर मामले को शांत किया गया।वही परिजनों ने दोषी नर्स पर कार्यवाही की मांग को लेकर शिकायत पत्र सोपा है।
जिला अस्पताल में मासूम बालिका की नानी नूरजहां व नाना जाकिर हुसैन ने बताया की 2 मई को उनकी बेटी फिरदोस पति वसीम शेख उम्र 22 वर्ष निवासी नीमच बड़ी मंडी को जिला चिकित्सालय नीमच में डिलीवरी के लिए भर्ती किया गया था जहां सुबह 5:00 बजे फिरदौस ने मासूम बालिका को जन्म दिया जिसके बाद 2 मई को ही बालिका को टीके लगाने की प्रक्रिया भी की गई जिसमें जिला अस्पताल के टीका विभाग में कार्यरत स्वाति जोशी द्वारा मासूम बालिका को टीके लगाए गए और सुई का हिस्सा बालिका के पांव में ही छोड़ दिया इसके बाद हम लोग घर चले गए और विगत 5 दिनों से बालिका दर्द से तड़प रही थी कई डॉक्टरों को दिखाया परंतु कुछ समझ में नहीं आया सोमवार शाम जब फिरदौश बालिका के कपड़े बदल रही थी इस दौरान पांव में लगी सुई का टुकड़ा फिरदौस के हाथ में चुभा जिसके बाद उसने बालिका के पांव से सुई का टुकड़ा निकाला और हम लोग अस्पताल पहुंचे है, परिजनों ने बताया कि अस्पताल स्टाफ द्वारा मरीज व परिजनों से बत्तमीजी की जाती है।इस लापरवाही के चलते परिजनों ने दोषी नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सीएमएचओ सहित संबंधित थाने और कलेक्टर के नाम शिकायटी आवेदन भी प्रस्तुत किया है।
इस मामले में मौके पर मौजूद शासकीय चिकित्सक संगीता भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा संबंधित नर्स स्वाति जोशी से चर्चा की गई है जिसने बताया कि इंटीरियर आसकेट ऑफ हाई पर जो वैक्सीन लगती है वह जगह यह नहीं है जहां से बालिका के शरीर में सुई का टुकड़ा निकला है डिलीवरी के बाद वैक्सीन और इंजेक्शन अन्य जांचों के लिए लगाए जाते हैं हो सकता है यह ला परवाही जांच के दौरान हुई होगी है हम मामला दिखवाते है उच्चाधिकारियों से चर्चा कर दोषी के खिलाफ उचित कार्यवाही उनके द्वरा की जाएगी।