बरसते पानी में आशाकर्मी ने किया मिशन संचालक कार्यालय भोपाल का घेराव,प्रोत्सहन राशि का नियमित रूप से भुगतान एवं वार्षिक वृद्धि शीघ्र देने का मांग.....
नीमच//प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जमीनी स्तर पर महत्वपूर्ण काम कर रही आशा एवं पर्यवेक्षकों की प्रोत्साहन राशि (वेतन)का महीनों से भुगतान नही किये जाने के विरोध में, प्रोत्सहन राशि में वर्षों से हो रही कटौती के विरोध में, वार्षिक वेतन वृद्धि की राशि के तत्काल भुगतान की मांग को लेकर आशा ऊषा आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश के नेतृत्व में प्रदेश भर से आई आशा ऊषा आशा पर्यवेक्षकों ने 8 जुलाई 2024 को मिशन संचालक कार्यालय भोपाल के समक्ष जमकर प्रदर्शन किया। उपरोक्त जानकारी देते हुए यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष कांता अहीर ने बताया कि प्रात:काल 9.00 बजे से ही मिशन संचालक कार्यालय पर पहुंची आशाओं ने एनएचएम मुख्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया और बरसते पानी में भी घंटों तक प्रदर्शन जारी रखा। अपरान्ह 3.30 बजे मिशन संचालक के साथ चर्चा के पश्चात प्रदर्शन समाप्त किया गया।प्रदर्शन के दौरान आशा ऊषा आशा सहयोगी एकता यूनियन मध्य प्रदेश (सीटू) की प्रदेश अध्यक्ष कविता सोलंकी,महासचिव पूजा कनौजिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ए टी पदमनाभन, म. प्र. आशा आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी कौरव सहित मोर्चे में शामिल दोनों संगठनों के नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुये मिशन संचालक एवं प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वे आशा एवं पर्यवेक्षकों के वेतन (प्रोत्सहन राशि)का महीनों विलम्ब से भुगतान किये जाने से प्रदेश भर की आशायें परेशान है। जो भुगतान करते है उसमें भी अवैधानिक कटौती कर विभाग द्वारा हडप लिया जा रहा है।वेतन (प्रोत्सहन राशि) में कटौती एवं विलम्ब से भुगतान से तंग आकर आशाओं ने यह निर्णायक प्रदर्शन का निर्णय लिया था। बार बार मांग किये जाने के बाद भी विभाग आशाओं के वेतन का भुगतान में पारदर्शिता बरतने,उन्हें आर्जित वेतन, भुगतान की राशि एवं बकाया राशि का विवरण युक्त वेतन पर्ची की मांग को लगातार अनसुनी कर रहे थे। आंगनवाडी कर्मियों का वार्षिक वेतन वृद्धि का 1 जुलाई से भुगतान का आदेश जारी हो चुका है, लेकिन आशाओं का वार्षिक वेतन वृद्धि का आदेश अभी तक जारी नही किया गया है।वक्ताओं ने कहा कि बेहद कठिन परिस्थितियों में काम कर रही हजारों आशाओं के वेतन से की गयी कटौती करोडों अरबों रुपये का घपला है, एक उच्चस्तरीय समिति गठित इसकी जांच की जानी चाहिये।
मिशन संचालक से चर्चा-सुधार की सम्भावनायें बनी इस दौरान अपरान्ह 3.30 बजे के करीब संयुक्त मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंडल कविता सोलंकी, लक्ष्मी कौरव, पूजा कनौजिया, ए टी पदमनाभन, रुकमणी प्रजापती एवं भूर बी के नेतृत्व में मिशन संचालक महोदया प्रियंकादास से मिलकर ज्ञापन सौंपा।यहां हुयी चर्चा में मिशन संचालक महोदया ने आश्वस्त किया कि वर्तमान में 400 करोड रुपये का बजट सरकार ने आशाओं के वेतन में किये गये वृद्धि की राशि का भुगतान के लिये आवंटित की है जिससे प्रोत्साहन राशि का भुगतान की स्थिति सुधरेगी। उन्हों ने पूर्व में विभाग द्वारा -प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में 5 तारीख तक नियमित रूप से भुगतान करने - सम्बन्ध में जारी आदेश को लागू कर आशाओं के प्रोत्सहन रशि का निश्चित दिनांक को नियमित रूप से भुगतान करने की मांग की, जिसे स्वीकार किया गया। उन्होंने आशाओं के प्रोत्सहन राशि से काटी गयी राशि का भुगतान हेतु कदम उठाने, आशाओं के वार्षिक वेतन वृद्धि के लिये तुरन्त कदम उठाने, वैक्सीनेशन के भुगतान सम्बन्धी रुकावट को दूर करने जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखने, आशा कल्याण योजना के तहत आशाओं के स्वयं के पुर्नशिक्षा हेतु शिक्षा सहायता अनुदान राशि का भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया एवं अन्य स्थानीय समस्याओं पर भी चर्चा की। बाद में आशाओं के वेतन पर्ची सहित मुद्दों पर उपसंचालक महोदय से चर्चा की गयी जिसका निराकरण के सम्बन्ध में कार्यवाही करने का आश्वासन दियाप्गया। आज मिशन संचालक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन का नेतृत्व कविता सोलंकी, लक्ष्मी कौरव,पूजा कनौजिया,शकुन्तला चौहान,शकुन पाटील, बबीता चौबे, मीनाक्षी गौड, लक्ष्मी चौधरी, रामवती, विद्या पाटील,भूरी बी, रुकमणी प्रजापती नीतू जाटव कला वर्मा आदि ने की।