43 सिद्धि तप के तपस्वियों का निकला सामूहिक वरघोडा, किया बहुमान, उमडा आस्था का जनसैलाब,तपस्वियों की अनुमोदना में लगी जय जयकार....
नीमच//आचार्य जिन सुंदर सुरीश्वर श्रीजी महाराज व आचार्य धर्म बोधी जी मसा की पावन निश्रा एवं जैन श्वेतांबर श्री भीड़ भंजन पार्श्वनाथ मंदिर श्री संघ ट्रस्ट पुस्तक बाजार के तत्वावधान में मिडिल स्कूल मैदान स्थित जैन भवन में 43 सिद्धितप ,व 1 मासश्रमण तप, सहित विभिन्न तपस्वीयों के सम्मान में भव्य वरघोड़ा निकाला गया।श्रीसंघ द्वारा मिडिल स्कूल मैदान पर धर्म सभा आयोजित की गई जिसमें आचार्य जिन सुंदर सुरीश्वर जी महाराज साहब ने कहा कि तपस्या की अनुमोदना तपस्या से करना चाहिए तो हमारी आत्मा का कल्याण हो सकता है।मोक्ष तो सभी जाना चाहते हैं लेकिन तपस्या कोई करना नहीं चाहता है। मशीनी युग में हर व्यक्ति धन के पीछे भाग रहा है ऐसे में सिद्धि तप की तपस्या करने वाले ये तपस्वी अनुमोदना के पात्र है। तपस्या से आत्मा पवित्र होती है। शरीर स्वस्थ होता है। तपस्या के बिना आत्म कल्याण संभव नहीं है। तपस्या मोक्ष का प्रवेश द्वार है।इस अवसर पर पूज्य आचार्य भगवंत श्री जिनसुंदर सुरीश्वर जी मसा ,धर्म बोधी सुरी श्री जी महाराज, तत्वरुचि महाराज साहब , साध्वी पुण्य रेखा श्रीजी, साध्वी दृष्टि रेखा श्रीजी, आदि ठाणा 8 एवं साध्वी सौम्या रेखा श्रीजी,साध्वी सुचिता श्री जी महाराज साहब, साध्वी शील रेखा श्री जी महाराज साहब की शिष्या परम पूज्य रेखा श्री जी महाराज साहब ,परम पूज्य सुचिता श्री जी महाराज साहब परम पूज्य सत्वरेखा महा आदि ठाणा 3 के सानिध्य में तपस्वियों के सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया।सम्मान समारोह में श्री संघ अध्यक्ष अनिल नागौरी, सचिव मनीष कोठारी, वरिष्ठ समाजसेवी मनोहर सिंह लोढ़ा ,प्रेम प्रकाश जैन,राकेश आंचलिया, अखेसिंह कोठारी, दिगम्बर जैन समाज के जम्बु कुमार जैन राजेश मानव,अनिल नाहटा,राजमल छाजेड़, सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे। महावीर स्वामी भगवान को रथ में विराजित किया गया । उनका फूलों से श्रृंगार किया गया था।तपस्वियों का शाही वरघोड़ा मिडिल स्कूल मैदान स्थित जैन भवन से प्रारंभ हुआ जो वीरपार्क रोड ,महेश सर्कल ,कमल चौक , फव्वारा चौक, श्री बड़े बालाजी मंदिर चौराहा, नरसिंह मंदिर, घंटाघर, श्रीराम चौक, पुस्तक बाजार ,श्री भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर पर पहुंचा। जहां सभी ने पार्श्वनाथ भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया । जिसके बाद जुलूस पुस्तक बाजार से टैगोर मार्ग होता हुआ जैन भवन मिडिल स्कूल मैदान पर पहुंचकर धर्म सभा सम्मान समारोह में परिवर्तित हो गया। यात्रा में सबसे आगे जिन शासन की स्वर्णिम ध्वजा लिए दो युवक चल रहे थे। इसके साथ दो युवक घोड़े पर सवार जिन शासन की ध्वजा लिए चल रहे थे।,ई --रिक्शा से व्यापारियों नागरिकों को मिठाई प्रसाद के लगभग 2000से अधिक पैकेटों का वितरण निःशुल्क किया गया । तीन डीजे बैंड तपस्या पर आधारित विभिन्न भजनों की स्वर लहरिया बिखेर रहे थे। महिलाएं लाल गुलाबी साड़ीयों में सर पर अमृत कलश धारण किये दो की पंक्ति में चल रही थी, 21शाही बग्गी,3 खुली जीप,वह कार में सभी तपस्वी विराजमान थे। इसके साथ ही शालीभद्र परिवार द्वारा पारणे का लाभ अखेसिंह कोठारी परिवार ने लिया था। ढोल धमाकों पर भक्ति भजन की ढाप लग रही थी।दो मुमुक्षु दीक्षार्थी भी पैदल चल रहे थे। यातायात पुलिस की स्वचालित इरपेक्टर कार चार पहिया वाहन भी सुरक्षा की दृष्टि से साथ चल रहा था। केंट थाना प्रभारी पुष्पा चौहान पुरे जुलूस पर सुरक्षा की निगाहें रखे हुई थी। मार्ग में स्थान -स्थान पर समाज जनों द्वारा अक्षत गहूली बना कर आशीर्वाद ग्रहण किया गया। रंगोली कलाकार वरदान चांगल, पवन सैनी ने 10 से अधिक स्थानों पर मार्ग में आकर्षक रंगों से कमल की आकृति और फूलों की रंगोली सजाई जो सभी के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही। इसके साथ ही नवरत्न परिवार द्वारा भी दाना गली चोराहा पर अक्षत वर्षा से स्वागत किया गया। सर्राफा बाजार में गोयल एवं पुस्तक बाजार में पामेचा परिवार द्वारा भी जुलूस की अगवानी की गई।