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सिंगोली में सामुदायिक स्वास्थ्य अमला सतर्क आपात स्थिति से निपटने ओपीडी हुई बंद निजी चिकित्सक भी नहीं कर रहे है साधारण मरीजों का उपचार

सिंगोली। /कोरोना वायरस के खतरे से निपटने स्थानीय सामुदायिक केंद्र सहित आसपास का ग्रामीण स्वास्थ अमला पूरी तरह सतर्क है। एक एक कर्मचारी कार्यस्थल पर मुस्तैद होकर अपने कर्तव्य को अंजाम दे रहा है।
संभावित खतरों और नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर स्वास्थ्य केंद्रों पर इक्कट्ठा होने वाली अनावश्यक भीड़ को रोक दिया गया है, लेकिन अधिकांश निजी चिकत्सकों ने भी मरीजों से दुरिया बनाली है। ऐसे में साधारण बीमारी ग्रस्त मरीज ज्यादा परेशान है।
बीते दिनों आये प्रशासनिक आदेशों के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ओपीडी व्यवस्था को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जबकि मौजूद दौर में ख्यातनाम निजी चिकित्सक भी जोखिम लेने को तैयार नहीं दिखते है। बीते तीन दिनों में देखने में आया है कि साधारण मरीज सबसे ज्यादा परेशान है।
इस बाबत तहसीलदार विवेक गुप्ता ने प्रशिक्षित और अनुभवी निजी चिकित्सकों से अपेक्षा व्यक्त की है कि वे साधारण बीमार लोगों को उपचार दे। मौजूदा दौर में उन्हें अपनी जिम्मेदारी से नहीं बचाना चाहिए। यदि वास्तव में वे चिकित्सा क्षेत्र में सेवा देना चाहते है तो ऐसे समय में उन्हें आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक आदेश पर संभावित खतरे से निपटने और नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर स्वास्थ्य केंद्रों पर इक्कट्ठा होने वाली अनावश्यक भीड़ को रोका गया है। आदेश के मुताबिक़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर केवल गंभीर बीमारियों की जांच परीक्षण, इमरजेंसी केसेस और बाहर से आने वाले लोगों की जांच और परीक्षण किया जा रहा है।
पुलिस, नगर प्रशासन, मिडिया और कोरोना काल सेंटर सहित नागरिकों द्वारा दी जाने वाली सूचनाओं को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गंभीरता से लिया जा रहा है। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला और चिकित्सक दल संबंधिक मरीज का परीक्षण करने पहुंच रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश मीणा के मार्गदर्शन में चिकित्सा कर्मियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों सहित नगर में बाहर से आने वाले लोगो की जानकारी मीलते ही घर-घर जाकर स्वास्थ्य परिक्षण किया जा रहा हैं।

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